पवन हंस की रणनीतिक बिक्री के साथ आगे बढ़ते हुए, सरकार अपनी पूरी 51% हिस्सेदारी बेचेगी और हेलीकॉप्टर सेवा ऑपरेटर के प्रबंधन नियंत्रण को हस्तांतरित करेगी. पवन हंस एक संयुक्त उद्यम है जिसमें सरकारी-स्वामित्व वाले ओएनजीसी की 49% की हिस्सेदारी है.
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस