कल 27 फरवरी 2017 को क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद का 86वां बलिदान दिवस मनाया गया. आज़ाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को वर्तमान के मध्यप्रदेश में स्थित जिले अलीराजपुर के भावरा में हुआ था. वे मात्र 24 वर्ष जिए लेकिन इस कम समय में भी उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
जब उनका निधन हुआ, उस वक़्त उनके प्रिय देश के लिए स्वतंत्रता की राह बेहद कठिन थी. लेकिन उन्होंने उपनिवेशी सरकार को कई बड़े जख्म दिये और उनके हौसले पस्त कर दिए. आजाद ने आगामी पीढ़ियों को प्रभावित किया और आज भी वे देश के युवकों के प्रेरणास्रोत हैं.
वह प्रमुख रूप से शामिल थे :
1. 1925 की काकोरी ट्रेन लूट,
2. 1926 में वाइसराय की ट्रेन को उड़ाने के प्रयास में,
3. 1928 में लाहौर में जेपी सौण्डर्स की हत्या में (लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए).
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस