26वाँ हॉर्नबिल महोत्सव 1 दिसंबर को किसामा स्थित ‘नगा हेरिटेज विलेज’ में नागालैंड के स्थापना दिवस के साथ शुरू हुआ। दस दिनों तक चलने वाला यह महोत्सव सभी प्रमुख नगा जनजातियों को एक मंच पर लाता है, जहाँ वे अपनी समृद्ध परंपराएँ, संगीत, नृत्य, हस्तशिल्प और स्थानीय व्यंजनों का प्रदर्शन करते हैं। सालों में यह महोत्सव भारत के सबसे प्रसिद्ध सांस्कृतिक आयोजनों में से एक बन चुका है।
महोत्सव का उद्घाटन समारोह शाम 4 बजे किसामा के ‘यूनिटी प्लाज़ा’ में हुआ। नागालैंड के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उद्घाटन दिवस पर पारंपरिक नृत्यों, लोक-प्रस्तुतियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मनमोहक प्रदर्शन देखने को मिला।
इस वर्ष यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, माल्टा और स्विट्ज़रलैंड सहित कई देशों ने ‘कंट्री पार्टनर’ के रूप में भाग लिया। अरुणाचल प्रदेश इस बार ‘स्टेट पार्टनर’ रहा, जिसने महोत्सव की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान को और मजबूत किया।
उद्घाटन समारोह से पहले विभिन्न विभागों के स्टॉल, प्रदर्शनियाँ और कार्निवल कार्यक्रम शुरू किए गए। इन स्टॉलों में आगंतुकों को नगा संस्कृति, हस्तशिल्प, पारंपरिक वस्त्र और स्वादिष्ट स्थानीय भोजन का अनुभव मिला।
हालाँकि किसामा इस महोत्सव का मुख्य केंद्र है, लेकिन नगालैंड के अन्य हिस्सों में भी कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे पूरा राज्य उत्सव के रंग में रंगा हुआ है।
हॉर्नबिल महोत्सव की शुरुआत एक पर्यटन पहल के रूप में हुई थी, लेकिन दो दशकों में यह एक अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक आयोजन बन गया है। यह महोत्सव नगा विरासत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।
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