सरकारी स्वामित्व वाली तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) 2022-23 तक भारत की गहरी गैस की खोज का विकास करने के लिए 21,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी जो इसकी प्रमुख केजी बेसिन ब्लॉक से आउटपुट को डबल से अधिक करने में मदद मिलेगी.
ओएनजीसी ने पिछले साल बंगाल की खाड़ी स्थित अपनी केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 (केजी-डी 5) में 10 तेल और गैस खोजों के लिए 34,012 करोड़ रु का निवेश करने की पुष्टि की थी और अब वह अल्ट्रा-डीपसी UD-1 के विकास के लिए 21,528 करोड़ रु का निवेश करने की योजना बना रहा है.
ओएनजीसी ने 2,400-3,200 मीटर की पानी की गहराई में निहित खोज पर नौ कुओं को ड्रिल करने की योजना बनाई है और इससे प्रति दिन 19 लाख मानक क्यूबिक मीटर का चरम उत्पादन होगा.
स्रोत – दि हिन्दू