भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा है कि ‘स्टार्टअप’ एक वित्त वर्ष में विदेशी वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये 20 करोड़ रु तक की रकम जुटा सकते हैं. वे यह रकम भारतीय मुद्रा रुपए के साथ-साथ किसी अन्य विदेशी मुद्रा में भी जुटा सकते हैं. आरबीआई ने कहा है कि स्टार्टअप से रोजगार और नवाचार(इनोवेशन) को बढ़ावा मिलता है. फिलहाल दुनिया में स्टार्टअप की तीसरी सबसे बड़ी संख्या भारत में है.
अब इस ख़बर से संबंधित कुछ प्रश्नों की बात करते हैं :
1. स्टार्टअप के मामले में भारत दुनिया में किस स्थान पर है ?
2. ईसीबी से आप क्या समझते हैं ?
3. स्टार्टअप ईसीबी के जरिये सालाना कितनी रकम जुटा सकते हैं ?
उत्तर
3. स्टार्टअप ईसीबी के जरिये सालाना कितनी रकम जुटा सकते हैं ?
उत्तर
1. तीसरे स्थान पर
2. ईसीबी – विदेशी वाणिज्यिक उधार (एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोविंग)
3. 20 करोड़ रुपए (किसी भी मुद्रा में)
स्रोत – गूगल