Home   »   पाम तेल की खेती को बढ़ावा...

पाम तेल की खेती को बढ़ावा देने हेतु गोदरेज एग्रोवेट का तीन पूर्वोत्तर राज्यों के साथ समझौता

पाम तेल की खेती को बढ़ावा देने हेतु गोदरेज एग्रोवेट का तीन पूर्वोत्तर राज्यों के साथ समझौता |_3.1

कृषि कारोबार कंपनी गोदरेज एग्रोवेट ने पाम तेल की खेती को बढ़ावा देने के लिए असम, मणिपुर और त्रिपुरा सरकार के साथ समझौता किया है। कंपनी ने पूर्वोत्तर के इन तीन राज्यों में पाम तेल के विकास और संवर्धन के लिए राष्ट्रीय खाद्य तेल ऑयल पाम मिशन के तहत समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। भारत पाम तेल का शुद्ध आयातक देश है।

मुख्य बिंदु

  • गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक ने कहा कि यह समझौता उत्पादन के सतत विकास के माध्यम से भारत के तेल मिशन में मुख्य स्रोत बनने की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है।
  • समझौते के मुताबिक, कंपनी को क्षेत्र में पाम तेल की खेती के विकास और संवर्धन के लिए इन तीन राज्यों में भूमि आवंटित की जाएगी।
  • गोदरेज एग्रोवेट वर्तमान में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओड़िशा, गोवा, महाराष्ट्र और मिजोरम में पाम तेल की खेती कर रही है।
  • गौरतलब है कि सरकार ने अगस्त 2021 में 11,040 करोड़ रुपये के नियोजित खर्च के साथ राष्ट्रीय खाद्य तेल ऑयल पाम मिशन शुरू किया था।
  • इस मिशन के अंतर्गत, सरकार ने उत्तर पूर्व क्षेत्र और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर विशेष ध्यान देते हुए 2025-26 तक पाम तेल की खेती के तहत क्षेत्र को 10 लाख हेक्टेयर और 2029-30 तक 16.7 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाने की परिकल्पना की है।
पाम तेल की खेती को बढ़ावा देने हेतु गोदरेज एग्रोवेट का तीन पूर्वोत्तर राज्यों के साथ समझौता |_5.1