चंडीगढ़ के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर पंजाब और हरियाणा सहमत हो गए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ इस विषय पर बैठक की। इसमें दोनों राज्यों के बीच नाम को लेकर सहमति बन गई।
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गौरतलब है कि इस हवाई अड्डे के नाम को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच लंबे समय से विवाद बना हुआ था, क्योंकि इसके निर्माण में केंद्र सरकार के अतिरिक्त पंजाब और हरियाणा की भी हिस्सेदारी है। केंद्र सरकार इस हवाई अड्डे का नाम चंडीगढ़ एयरपोर्ट ही प्रचारित करती रही है, जबकि पंजाब सरकार इसे मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताती रही।
मुख्य बिंदु
- साल 2007 में भगत सिंह के जन्म शताब्दी समारोह पर पंजाब सरकार की ओर से चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नामकरण शहीद-ए-आजम भगत सिंह करने की घोषणा की गई थी।
- वहीं, हरियाणा सरकार इस हवाई अड्डे का नाम मंगलसेन पर रखना चाहती थी। इस नाम पर पंजाब और हरियाणा के बीच कभी सहमति नहीं बन सकी।
- अब दोनों राज्यों के बीच शहीद भगत सिंह के नाम पर सहमति बन जाने के बाद यह प्रस्ताव जल्दी ही केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
- केंद्र सरकार देश के 13 हवाई अड्डों का नामकरण करने का एलान कर चुकी है, जिनमें कुछ राज्यों ने अपने क्षेत्र के हवाई अड्डों के लिए नाम भी प्रस्तावित कर केंद्र सरकार को भेजे हैं।
- अब पंजाब और हरियाणा की तरफ से भी चंडीगढ़ के हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह पर रखने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।