संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक द्वारा जारी ‘ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स Q4 2021’ में भारत ने अपनी रैंक में पांच स्थानों का सुधार किया है और 51वें स्थान पर है। भारत को 2020 की चौथी तिमाही में 56वें स्थान पर रखा गया था। भारत ने 2020 की चौथी तिमाही के मुकाबले 2021 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान आवास मूल्य दरों में 2.1 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी।
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वैश्विक स्तर पर
- तुर्की ने 2021 की चौथी तिमाही में सबसे अधिक वार्षिक मूल्य वृद्धि दर 59.6 प्रतिशत देखी।
- नवीनतम शोध रिपोर्ट में न्यूजीलैंड (22.6 प्रतिशत), चेक गणराज्य (22.1 प्रतिशत), स्लोवाकिया (22.1 प्रतिशत) और ऑस्ट्रेलिया (21.8 प्रतिशत) क्रमशः शीर्ष 5 देशों में शामिल हैं।
- वर्ष 2021 में मलेशिया, माल्टा और मोरक्को के बाजारों में आवास की कीमतों में क्रमशः 0.7 प्रतिशत, 3.1 प्रतिशत और 6.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
नाइट फ्रैंक के ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स के बारे में:
ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स आधिकारिक आंकड़ों का उपयोग करके दुनिया भर में 56 देशों और क्षेत्रों में मुख्यधारा के आवासीय कीमतों में हलचल को ट्रैक करता है। सूचकांक स्थानीय मुद्राओं में नाममात्र और वास्तविक मूल्य वृद्धि को ट्रैक करता है। मूल्य आंदोलन पर रैंकिंग को नाममात्र मूल्य वृद्धि परिवर्तन के आधार पर रखा गया है।
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