भारतीय वायु सेना (Indian Air Force – IAF) ने लद्दाख (Ladakh) के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (Advanced Landing Ground) में दुनिया के सबसे ऊंचे मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल (air traffic control – ATC) टावरों में से एक का निर्माण किया है। एटीसी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र (eastern Ladakh region) में चल रहे फिक्स्ड विंग विमानों (fixed-wing aircraft) और हेलीकॉप्टरों (helicopters) के संचालन को नियंत्रित करता है। इस बीच, भारत पूर्वी लद्दाख (eastern Ladakh) में दौलत बेग ओल्दी (Daulat Beg Oldi – DBO), फुक्शे (Fukche) और न्योमा (Nyoma) सहित हवाई क्षेत्र विकसित करने के कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जो चीन (China) के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control – LAC) से कुछ ही मिनटों की दूरी पर हैं।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
वायु सेना (Air Force) ने किसी भी प्रतिकूल विमान (adversary aircraft) द्वारा किसी भी हवाई घुसपैठ से निपटने के लिए इग्ला मैन-पोर्टेबल (Igla man-portable) वायु रक्षा मिसाइलों को भी तैनात किया है। भारतीय वायु सेना नियमित रूप से पूर्वी लद्दाख (eastern Ladakh) में ऑपरेशन करने के लिए राफेल (Rafale) और मिग (MiG) -29 सहित लड़ाकू विमानों को तैनात कर रही है, जहां पांगोंग त्सो (Pangong Tso) और गोगरा हाइट्स (Gogra heights) सहित दो स्थानों पर सैनिकों की वापसी हुई है, लेकिन दोनों पक्षों ने डी-एस्केलेट (de-escalated) नहीं किया है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेक अवे:
- एयर चीफ मार्शल: राकेश कुमार सिंह भदौरिया (Rakesh Kumar Singh Bhadauria);
- भारतीय वायु सेना की स्थापना: 8 अक्टूबर 1932;
- भारतीय वायु सेना मुख्यालय: नई दिल्ली (New Delhi)।