हर साल 21 मई को विश्व स्तर पर World Day for Cultural Diversity for Dialogue and Development यानि संवाद और विकास के लिए सांस्कृतिक विविधता का विश्व दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य सांस्कृतिक संवाद, विविधता और समावेशन के महत्त्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों की विविधता के संरक्षण और संवर्धन पर यूनेस्को कन्वेंशन के चार लक्ष्यों को आगे बढ़ाना है:
- सांस्कृतिक वस्तुओं और सेवाओं के संतुलित प्रवाह को बनाए रखना और कलाकारों और सांस्कृतिक पेशेवरों की गतिशीलता बढ़ाएं.
- सतत विकास ढांचे में संस्कृति को जोड़ना करें.
- मानव अधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना
- संस्कृति के लिए शासन की स्थायी प्रणालियों का समर्थन करना
संवाद और विकास के लिए सांस्कृतिक विविधता का विश्व दिवस:
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने वर्ष 2001 में अफगानिस्तान के बामियान की बुद्ध प्रतिमा को तोड़ने के परिणामस्वरूप ‘सांस्कृतिक विविधता पर सार्वभौमिक घोषणा’ को अपनाया था। जिसके बाद दिसंबर 2002 में, यूएन जनरल असेंबली (UNGA) ने अपने 57/249 प्रस्ताव से हर साल 21 मई को संवाद और विकास के लिए सांस्कृतिक विविधता का विश्व दिवस के रूप में घोषित किया।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
- यूनेस्को के महानिदेशक: ऑड्रे अज़ोले.
- यूनेस्को का गठन: 4 नवंबर 1946.
- यूनेस्को का मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस