भारत ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों के कल्याण के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी को 2 मिलियन अमरीकी डालर की सहायता राशि प्रदान की है। यह सहायता कोरोनोवायरस की संकट की परिस्थिति के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य सहित UNRWA के प्रमुख कार्यक्रमों और सेवाओं के लिए दी गई है। संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी (United Nations Relief and Works Agency) ने अपनी बुनियादी सेवाओं को संचालित करने के लिए भारत के समर्थन की सराहना की है, यह सहायता ऐसे समय की जा रही जब पूरी दुनिया कोविड -19 महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर रही है।
भारत ने साल 2019 में UNRWA के लिए वार्षिक योगदान 1.25 मिलियन अमरीकी डालर से बढ़ाकर पाँच मिलियन अमरीकी डालर कर दिया और साथ ही साल 2020 में इसे 5 मिलियन अमरीकी डालर देन का वादा भी किया है, जिसने भारत के लिए एजेंसी के सलाहकार आयोग का सदस्य बनने के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है। यह सहायता राशि फिलिस्तीन में भारत के प्रतिनिधि (आरओआई) सुनील कुमार द्वारा संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को दी गई। UNRWA उन फिलिस्तीनियों लोगों के कल्याण के लिए कार्य करता है जो 1948 में युद्ध के दौरान अपने घर छोड़ कर चले गए थे यह जिन्हें घरों से बाहर निकाल दिया गया था।
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महत्वपूर्ण तथ्य-
- संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी का मुख्यालय स्थान: अम्मान, जॉर्डन
- संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी के आयुक्त-जनरल: क्रिस्चियन सौन्ड़ेर्स



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