भारतीय वायु सेना ने सुखोई -30 MKI विमान के पहले स्क्वार्डन को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है। ब्रह्मोस मिसाइल ले जाने में सक्षम विमान को वायु सेना में तमिलनाडु में स्थित तंजावुर बेस में शामिल किया गया। तंजावुर बेस उत्तम स्थानो में से एक हैं जहां पूर्व लेकर पश्चिम सहित हिन्द महासागर में वायु और समुद्री तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार भदौरिया की उपस्थिति में स्क्वाड्रन को वायु सेना में शामिल किया। पुनर्गठित 222-स्क्वार्डन, जिसे टाइगरशार्क भी कहा जाता है, एक घातक हथियार के रूप में काम करेगा, जो हिन्द महासागर में वायु और समुद्री मारक क्षमता में अहम भूमिका अदा कर सकता है।
उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- भारतीय वायु सेना दिवस: 8 अक्टूबर
- भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य: Nabhah Sprsham Diptam (touch the sky with glory)