वैश्विक घड़ी में एक लीप सेकेंड के जुड़ने के कारण और पृथ्वी के घूर्णन की क्षतिपूर्ति के लिए साल 2016 एक सेकेंड लंबा होगा. दरअसल, पृथ्वी के घूर्णन की गति के धीमे होने का कारण ज्वार-भाटा और चांद के साथ पृथ्वी का संपर्क है.
वाशिंगटन डीसी के अमेरिकी नौसेना वेधशाला के मास्टर क्लॉक फेसिलिटी में समन्वित वैश्विक समय ‘यूटीसी’ के अनुसार 23 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेण्ड पर अतिरिक्त सेकेण्ड जोड़ा जाएगा. भारतीय मानक समय के अनुसार, एक जनवरी को सुबह 05:29:59 पर यह बढ़ोतरी होगी. ऐतिहासिक रूप से, समय पृथ्वी द्वारा खगोलीय पिंडों की परिक्रमा पर निर्भर करता है और इसी संदर्भ में सेकेण्ड को परिभाषित किया जाता है.
स्रोत – भाषा