त्रिपुरा सरकार ने चाय श्रमिकों के लिए एक विशेष योजना ‘मुख्यमंत्री चा श्रमि कल्याण प्रकल्प’ की घोषणा की है। इस विशेष योजना के कार्यान्वयन के लिए 85 करोड़ रुपये, त्रिपुरा के 7000 चाय बागान श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा जाल के तहत लाने की दिशा में एक कदम के रूप में आवंटित किये गये हैं। यह विशेष योजना राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा चाय बागान श्रमिकों को उनके लिए हकदार सुविधाओं को एकीकृत करके आवास, राशन और वित्तीय सहायता सुनिश्चित करेगी।
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7000 चाय बागान श्रमिकों में से लगभग 75% महिलाएं हैं और वे राज्य भर में 54 चाय बागानों और 21 चाय प्रसंस्करण कारखानों के माध्यम से लगभग 90 लाख किलोग्राम चाय का उत्पादन करती हैं। चाय का उत्पादन मुख्य रूप से उत्तर, सिपाहीजला, उनाकोटी और पश्चिम त्रिपुरा जिलों में वितरित किया जाता है।
- केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री, अमित शाह ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर त्रिपुरा की महिलाओं के लिए वर्ष 2022 महिला अधिकारिता अभियान और मुख्यमंत्री श्रमिक कल्याण प्रकल्प योजना का उद्घाटन किया था और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी थी। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- त्रिपुरा राजधानी: अगरतला;
- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री: बिप्लब कुमार देब;
- त्रिपुरा राज्यपाल: सत्यदेव नारायण आर्य।