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“दंगल गर्ल” सुहानी भटनागर का 19 साल की उम्र में निधन

"दंगल गर्ल" सुहानी भटनागर का 19 साल की उम्र में निधन |_3.1

ब्लॉक ब्लस्टर मूवी दंगल में बबीता फोगाट के बचपन का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस सुहानी भटनागर का 19 साल में निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार चल रही थीं जिसका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था। रिपोर्ट्स की मानें तो सुहानी भटनागर को डर्मेटोोगमायोसाइटिस (dermatomyositis) नामक बीमारी से ग्रस्त थीं।

 

एक युवा सितारे की विरासत

हालाँकि फिल्म उद्योग में सुहानी भटनागर का करियर संक्षिप्त था, लेकिन उनका प्रभाव महत्वपूर्ण था। “दंगल” ने न केवल उनकी अभिनय क्षमताओं का प्रदर्शन किया, बल्कि देश भर में युवा लड़कियों को प्रेरित करने के लिए एक मंच के रूप में भी काम किया। बबीता फोगट का उनका चित्रण सिर्फ एक भूमिका नहीं थी, बल्कि दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का प्रतीक था, जो उनके द्वारा निभाए गए चरित्र के गुणों को दर्शाता था।

 

सुहानी भटनागर: “दंगल” में चमक

सुहानी भटनागर, एक ऐसा नाम जो युवा बबीता फोगट का पर्याय बन गया, ने “दंगल” में एक असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया, एक फिल्म जो फोगट बहनों की प्रेरक कहानी बताती है। नितेश तिवारी के निर्देशन और आमिर खान और किरण राव के निर्माण के तहत, “दंगल” न केवल भारतीय सिनेमा में एक बड़ी सफलता बन गई, बल्कि भारत में महिला पहलवानों के संघर्ष और जीत को भी उजागर किया। साक्षी तंवर, ज़ायरा वसीम, फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा के साथ आमिर खान के महावीर सिंह फोगट के चित्रण ने एक शक्तिशाली कहानी बनाई। फिर भी, यह सुहानी सहित युवा कलाकारों का प्रदर्शन था, जिसने फिल्म में गहराई और प्रामाणिकता जोड़ी।

 

क्या है डर्मेटोमायोसाइटिस?

डर्मेटोमायोसाइटिस एक बहुत ही अलग तरह की बीमारी होती है, जो व्यक्ति की त्वचा और मासंपेशियों को प्रभावित करती है। इस बीमारी को ऑटो इम्यून बीमारियों की कैटेगरी में रखा गया है। ऑटो इम्यून उन बीमारियों को कहा जाता है जिसमें हमारा इम्यून सिस्टम अलग तरह से काम करता है। इस वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है और वो बीमारियों से लड़ पाने में असमर्थ हो जाता है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं से ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।

 

डर्मेटोमायोसाइटिस के लक्षण

डर्मेटोमायोसाइटिस बीमारी का सबसे पहला लक्षण स्किन पर देखने को मिलता है। स्किन धीरे-धीरे डार्क होने लगती है। साथ ही रैशज भी होने लगते हैं। जिनका सबसे ज्यादा असर आंखों के आसपास और चेहरे पर दिखाई देता हैं। ये रैशज खुजली और दर्द से भरे हो सकते हैं।