विश्व की सबसे उम्रदराज़ जानी जाने वाली जंगली पक्षी, ‘विजडम’, जो एक लेसन अल्बाट्रॉस है, ने 74 वर्ष की उम्र में चार साल बाद फिर से अंडा देकर इतिहास रच दिया। उनकी यह उपलब्धि उनके अद्वितीय जीवट, दीर्घायु और प्रजाति के संरक्षण में योगदान को दर्शाती है। दशकों से चल रही विजडम की कहानी वन्यजीव संरक्षण में एक प्रेरणादायक प्रतीक बन गई है, जो प्रकृति के नाजुक संतुलन और जीवंतता को रेखांकित करती है।
| Summary/Static | Details |
| चर्चा में क्यों? | दुनिया की सबसे बुजुर्ग जंगली चिड़िया ने 74 साल की उम्र में चार साल में अपना पहला अंडा दिया |
| प्रजातियाँ | लेसन अल्बाट्रॉस (हवाईयन में मोली) |
| अभिलेख | सबसे पुराना ज्ञात जंगली पक्षी |
| चार साल बाद पहला अंडा | विजडम ने मिडवे एटोल में चार साल में अपना पहला अंडा दिया |
| अंडे देने का व्यवहार | प्रत्येक वर्ष एक अंडा देने के लिए उसी घोंसले के स्थान पर लौटता है, जो इस प्रजाति की विशेषता है |
| भूतपूर्व साथी | पिछले साथी, अकेकामाई को वर्षों से नहीं देखा गया है |
| नया साथी | विजडम के नए नर साथी को भविष्य की निगरानी के लिए टैग किया गया है और वह वर्तमान में अंडे को सेने में लगा हुआ है |
| प्रजनन इतिहास | विजडम ने 50-60 अंडे दिए हैं और 30 चूजे पाले हैं |
| संरक्षण का महत्व | विजडम की अंडे देने की निरंतर क्षमता उसके लचीलेपन और मिडवे एटोल नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज पर वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के मूल्य को दर्शाती है |
| निगरानी और आशावाद | जीव विज्ञानी इस बात को लेकर आशावादी हैं कि अंडा फूटेगा और विजडम की निरंतर प्रवृत्ति वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में “विशेष खुशी” लेकर आएगी |
नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र…
भारत और नीदरलैंड्स ने अपने आर्थिक साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक…
जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने RESPOND Basket 2025 जारी किया है, जिसके तहत देशभर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…
जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…