दुनिया के सबसे बड़े खुले रंगमंच धनु यात्रा का उद्घाटन ओडिशा के बरगढ़ में किया गया। यह 11 दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव पूरे शहर को पौराणिक नगरी मथुरा में परिवर्तित कर देता है। भक्ति, परंपरा और नाट्य कला के अद्भुत संगम के रूप में मनाई जाने वाली धनु यात्रा ओडिशा सहित देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों दर्शकों को आकर्षित करती है।
धनु यात्रा के बारे में
- अवधि: 11 दिन
- विषय: भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की पौराणिक लीलाओं का मंचन—जन्म से लेकर मामा कंस के वध तक
- विशेषता: बरगढ़ का पूरा शहर मथुरा नगरी में बदल जाता है, जहाँ गलियाँ, महल और आँगन जीवंत रंगमंच बन जाते हैं
- प्रमुख स्थलों में रंगमहल और नंदराज का दरबार शामिल हैं
- पारंपरिक रंगमंच से अलग, धनु यात्रा कलाकारों और दर्शकों के बीच की सीमा को मिटा देती है, जिससे एक जीवंत और सहभागितापूर्ण कथा-अनुभव बनता है
बरगढ़ का पौराणिक मथुरा में रूपांतरण
- धनु यात्रा के दौरान बरगढ़ शहर को प्रतीकात्मक रूप से प्राचीन मथुरा नगरी में बदल दिया जाता है।
- सड़कें, महल, नदी तट और आँगन नाट्य मंच बन जाते हैं
- रंगमहल, नंदराज का दरबार और सार्वजनिक स्थानों पर श्रीकृष्ण की जीवन गाथा के प्रसंग क्रमवार प्रस्तुत किए जाते हैं
- दर्शक स्वयं को कथा के बीच पाते हैं, जिससे वास्तविक जीवन और पौराणिक कथा के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है
महत्व
- सांस्कृतिक विरासत: भगवान श्रीकृष्ण की कथाओं को पारंपरिक, सामुदायिक शैली में संरक्षित और प्रचारित करता है
- सामुदायिक भागीदारी: स्थानीय लोग स्वयं विभिन्न भूमिकाएँ निभाते हैं और आयोजन में सक्रिय सहयोग करते हैं
- पर्यटन और अर्थव्यवस्था: हजारों पर्यटकों के आगमन से स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
- राष्ट्रीय मान्यता: केंद्र सरकार ने धनु यात्रा को राष्ट्रीय महोत्सव का दर्जा प्रदान किया है
मुख्य बिंदु
- धनु यात्रा दुनिया का सबसे बड़ा ओपन-एयर थिएटर मानी जाती है
- यह हर वर्ष ओडिशा के बरगढ़ में 11 दिनों तक आयोजित होती है
- इसमें भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की लीलाओं का मंचन होता है
- पूरा शहर पौराणिक मथुरा में परिवर्तित हो जाता है
- धनु यात्रा को राष्ट्रीय महोत्सव का दर्जा प्राप्त है
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