Categories: Uncategorized

08 मई को मनाया गया विश्व थैलेसीमिया दिवस 2022, जानें इसका थीम, इतिहास और महत्व

 

विश्व थैलेसीमिया दिवस प्रत्येक वर्ष 8 मई को थैलेसीमिया पीड़ितों की याद में और इस बीमारी के साथ जीने के लिए संघर्ष करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। थैलेसीमिया एक विरासत में मिला रक्त विकार (Inherited blood disorder) है जो शरीर को पर्याप्त हीमोग्लोबिन बनाने नहीं देता है। रोग रक्त कोशिकाओं को कमज़ोर और नष्ट कर देता है।

थैलेसीमिया दो प्रकार के होते हैं, अल्फा और बीटा। हालाँकि इसे उपश्रेणियों में भी विभाजित किया गया है –  थैलेसीमिया माइनर, इंटरमीडिएट और मेजर।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams


विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम/विषय (The theme of World Thalassemia Day)

इस वर्ष के विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम/विषय ‘बी अवेयर, शेयर, केयर: थैलेसीमिया की ज़ानकारी में सुधार के लिए वैश्विक समुदाय के साथ काम करना (Be Aware.Share.Care: Working with the global community as one to improve thalassemia knowledge)’ है।

विश्व थैलेसीमिया दिवस का महत्व (Significance of World Thalassemia Day)

आज का दिन दुनिया भर में इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाकर कार्रवाई करने के लिए ओपन कॉल का प्रतीक है। यह रोग एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो माता-पिता से उनके बच्चों में स्थानांतरित हो जाता है। और इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों के शरीर में लाल रक्त कणिकाओं (Red blood cells) और हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) की मात्रा कम होती है।

विश्व थैलेसीमिया दिवस का इतिहास (History of the World Thalassemia Day):

सन् 1994 में, थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन (Thalassemia International Federation – TIF) ने 8 मई को अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस के रूप में घोषित किया। इसी दिन टीआईएफ के अध्यक्ष और संस्थापक, पैनोस एंगलज़ोस ने अपने बेटे जॉर्ज और इस बीमारी से लड़ने वाले अन्य थैलेसीमिया रोगियों की प्रेमपूर्ण स्मृति (loving memory) में विश्व थैलेसीमिया दिवस के रूप में मनाये जाने के लिए तय किया था।

Find More Important Days Here

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]

Recent Posts

भारत परमाणु ऊर्जा में 49% विदेशी हिस्सेदारी निवेश की अनुमति देगा

भारत अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में विदेशी कंपनियों को 49% तक हिस्सेदारी लेने की अनुमति…

1 day ago

पायल कपाड़िया को प्रतिष्ठित फ्रांसीसी सम्मान मिला

पायल कपाड़िया, मुंबई की एक फिल्म निर्माता, को फ्रांसीसी सरकार द्वारा प्रतिष्ठित 'ऑफिसियर डां ल'ऑर्ड्रे…

1 day ago

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025: पांच साल बाद फिर से शुरू

कैलाश मानसरोवर यात्रा (केएमवाई) एक महत्वपूर्ण वार्षिक तीर्थयात्रा है, जो भारत और चीन के बीच…

1 day ago

भारत-फ्रांस राफेल-एम जेट सौदे को अंतिम रूप दिया जाना तय

भारत और फ्रांस 28 अप्रैल 2025 को 26 राफेल-नेवल (राफेल-एम) लड़ाकू विमानों की खरीद के…

1 day ago

स्पेगेटी बाउल घटना क्या है?

वैश्वीकरण के इस दौर में, जहाँ व्यापार के माध्यम से देशों को एक-दूसरे के करीब…

1 day ago

DRDO ने स्क्रैमजेट कम्बस्टर परीक्षण के साथ हाइपरसोनिक तकनीक में बड़ी उपलब्धि हासिल की

भारत ने हाइपरसोनिक हथियारों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…

1 day ago