विश्व रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट दिवस 8 मई 2025 को मनाया गया, जिसका विषय था “मानवता को जीवित रखना” (Keeping Humanity Alive)। यह दिन रेड क्रॉस आंदोलन के संस्थापक और पहले नोबेल शांति पुरस्कार विजेता जीन हेनरी ड्यूनां की जयंती की स्मृति में मनाया जाता है। इस अवसर पर दुनिया भर में रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट स्वयंसेवकों के निःस्वार्थ कार्यों को सम्मानित किया गया, विशेष रूप से संघर्ष क्षेत्रों और आपदाओं के दौरान उनके योगदान को सराहा गया। इस दिवस का उद्देश्य मानवीय सेवा, तटस्थता, करुणा और सेवा भाव जैसे मूल्यों को बढ़ावा देना है, जो रेड क्रॉस आंदोलन की नींव हैं।
क्यों है चर्चा में?
विश्व रेड क्रॉस दिवस 2025 को 8 मई को मनाया गया, जिसमें हेनरी ड्यूनां की विरासत और दुनिया भर में रेड क्रॉस स्वयंसेवकों के मानवीय कार्यों को सम्मानित किया गया। “मानवता को जीवित रखना” (Keeping Humanity Alive) विषय के साथ यह दिन संकटग्रस्त क्षेत्रों में संगठन की तटस्थता, सहानुभूति और सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
2025 का विषय: “मानवता को जीवित रखना”
रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट स्वयंसेवकों के निःस्वार्थ कार्यों को मान्यता देना।
तटस्थता, करुणा और मानवीय मूल्यों के महत्व को उजागर करना।
संकट की घड़ी में लोगों को मानवीय कार्यों में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना।
इतिहास और पृष्ठभूमि
इस दिवस की शुरुआत 1948 में हुई थी, ताकि 8 मई 1828 को जन्मे हेनरी ड्यूनां को सम्मानित किया जा सके, जो अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस आंदोलन के संस्थापक थे।
1859 की सोलफेरिनो की लड़ाई के उनके अनुभव ने 1863 में इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (ICRC) की स्थापना को प्रेरित किया।
इसके बाद जेनेवा कन्वेंशन्स अस्तित्व में आए, जो अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का आधार बने।
रेड क्रॉस आंदोलन की प्रमुख संस्थाएं
अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) – युद्धकालीन मानवीय सहायता पर केंद्रित।
रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटियों का अंतरराष्ट्रीय संघ (IFRC) – आपदाओं के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया का समन्वय करता है।
राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटियाँ – 192 देशों में कार्यरत (जैसे: भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी)।
विश्व रेड क्रॉस दिवस के उद्देश्य
युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं और महामारियों के पीड़ितों को राहत प्रदान करना।
तटस्थता, निष्पक्षता और स्वैच्छिक सेवा जैसे मानवीय सिद्धांतों को बढ़ावा देना।
रेड क्रॉस कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के योगदान को सम्मानित करना।
रक्तदान, स्वास्थ्य सेवाएं और आपातकालीन तैयारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी
स्थापना: 1920।
कार्य: रक्तदान अभियान, आपदा राहत, स्वास्थ्य सेवाएं और समुदाय-आधारित कार्यक्रमों में सक्रिय।
भारत के राष्ट्रपति इसके अध्यक्ष होते हैं।
उत्सव की प्रमुख गतिविधियाँ
चिकित्सा शिविर, रक्तदान अभियान, जागरूकता रैलियां और #WorldRedCrossDay के तहत सोशल मीडिया अभियान।
स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और मानवीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
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