विश्व निष्पक्ष खेल दिवस: खेल के माध्यम से समावेशन और न्याय का उत्सव

2025 से शुरू होकर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 मई को आधिकारिक रूप से विश्व निष्पक्ष खेल दिवस (World Fair Play Day) घोषित किया है। यह निर्णय खेलों की भूमिका को वैश्विक स्तर पर मान्यता देता है, जिसमें शांति, समावेशन और न्याय को बढ़ावा देने की शक्ति निहित है। कई सदस्य देशों के समर्थन से घोषित यह नया दिवस इस बात को रेखांकित करता है कि खेल केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं हैं, बल्कि एकता, अनुशासन और सम्मान को बढ़ाने का एक प्रभावशाली साधन भी हैं।

विश्व निष्पक्ष खेल दिवस क्यों?

इस दिवस की स्थापना इस गहरी समझ से हुई है कि खेल और शारीरिक गतिविधियाँ केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं। ये समुदायों के बीच पुल का कार्य करती हैं, विभिन्न संस्कृतियों और विचारधाराओं के बीच अनुशासन, धैर्य और आपसी सम्मान को बढ़ावा देती हैं। खेल नस्ल, धर्म और राष्ट्रीयता की बाधाओं को तोड़कर साझा मानवीय मूल्यों को सामने लाते हैं।

इस विचार का एक ऐतिहासिक उदाहरण है 1995 का दक्षिण अफ्रीका, जब रंगभेद समाप्त होने के बाद राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने रग्बी विश्व कप को राष्ट्रीय मेल-मिलाप का मंच बनाया। उन्होंने “स्प्रिंगबॉक्स” टीम का समर्थन किया, जो पहले श्वेत अल्पसंख्यक की प्रतीक मानी जाती थी, और इस कदम से एक गहरे विभाजित राष्ट्र को एकजुट करने में मदद की।

संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव और वैश्विक मान्यता

विश्व निष्पक्ष खेल दिवस को UN महासभा प्रस्ताव A/78/L.85 के माध्यम से वर्ष 2024 (एक ओलंपिक वर्ष) में अपनाया गया था — यह स्वयं ओलंपिक मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का प्रतीक है। इस प्रस्ताव में माना गया कि निष्पक्ष खेल के मूल्य:

  • सहयोग और समावेशन को बढ़ावा देते हैं

  • सम्मान और समानता को स्थापित करते हैं

  • भेदभाव, हिंसा और डोपिंग के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं

इस प्रस्ताव में अंतरराष्ट्रीय निष्पक्ष खेल समिति” (International Committee for Fair Play) की भूमिका को भी सराहा गया है, जो हर स्तर पर खेलों में नैतिक आचरण को बढ़ावा देती है — चाहे वह स्थानीय मैदान हो या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता।

मूल्य आधारित विकास का दृष्टिकोण

विश्व निष्पक्ष खेल दिवस का मूल उद्देश्य है — एक बेहतर विश्व के निर्माण हेतु वैश्विक गतिविधियों को निम्न मूल्यों से जोड़ना:

  • ईमानदारी

  • सम्मान

  • समान अवसर

  • खेलों में कानून के पालन का सिद्धांत

संयुक्त राष्ट्र ने निष्पक्ष खेलों को संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से जोड़ा है। इनका उद्देश्य है:

  • भूख मिटाना

  • गरीबी कम करना

  • लैंगिक समानता बढ़ाना

  • शांति और न्याय को समर्थन देना

इन सिद्धांतों को अपनाकर, खेल विकास और मेल-मिलाप का माध्यम बनते हैं — जो एक अधिक सशक्त, न्यायपूर्ण और समावेशी समाज की ओर अग्रसर करते हैं।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

3 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

3 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

4 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

7 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

8 hours ago