विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस 2025: थीम, इतिहास और महत्व

विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस हर साल 8 जून को मनाया जाता है ताकि ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर और जटिल बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। यह दिन मरीजों और उनके परिवारों को समर्थन देने, जल्दी पहचान के महत्व को समझाने और बेहतर इलाज व शोध को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। 2025 में यह दिवस रविवार, 8 जून को मनाया जाएगा।

विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस 2025 – तिथि

8 जून 2025 (रविवार) को यह दिवस दुनियाभर में मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य वार्ताएं, जन-जागरूकता अभियान, और कार्यक्रम आयोजित होंगे ताकि ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे लोगों की चुनौतियों और समय पर इलाज के महत्व को उजागर किया जा सके।

विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस 2025 – थीम

2025 की आधिकारिक थीम अभी घोषित नहीं की गई है। हर साल एक विशेष विषय तय किया जाता है, जो मरीजों की देखभाल, समय पर निदान, या अनुसंधान जैसे पहलुओं पर केंद्रित होता है। घोषित थीम के अनुसार जागरूकता कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।

यह दिवस क्यों मनाया जाता है?

  • जागरूकता फैलाना: बहुत से लोग ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों से अनजान रहते हैं। जानकारी से समय पर पहचान और बेहतर इलाज संभव है।

  • मरीजों को सहारा देना: मरीजों और उनके परिवारों को भावनात्मक समर्थन की जरूरत होती है। यह दिन उनके लिए समर्थन और संवेदना दिखाने का अवसर है।

  • शोध को बढ़ावा देना: अधिक अनुसंधान से सुरक्षित और प्रभावी इलाज खोजे जा सकते हैं।

  • सरकारी कार्यवाही की मांग: सरकारों से अनुरोध किया जाता है कि वे ब्रेन ट्यूमर को स्वास्थ्य योजनाओं में शामिल करें और इलाज सुलभ बनाएं।

  • भ्रम और डर को दूर करना: गलत धारणाओं को मिटाकर सही जानकारी और प्रेरक कहानियाँ साझा की जाती हैं।

इतिहास

विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस की शुरुआत साल 2000 में German Brain Tumour Association (Deutsche Hirntumorhilfe e.V.) द्वारा की गई थी। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसने इस दिन की शुरुआत मरीजों को सहयोग देने और जनसामान्य में जानकारी फैलाने के लिए की थी। तब से कई देशों में 8 जून को यह दिवस मनाया जाता है।

ब्रेन ट्यूमर क्या होता है?

ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में कोशिकाओं का एक असामान्य गुच्छा (growth) होता है, जो मस्तिष्क पर दबाव डाल सकता है और उसकी कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है।

प्रमुख प्रकार:

  1. सौम्य (Benign): गैर-कैंसरयुक्त, धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन फिर भी खतरनाक हो सकता है।

  2. घातक (Malignant): कैंसरयुक्त, तेजी से बढ़ता है और आस-पास के मस्तिष्क ऊतकों में फैल सकता है।

आम लक्षण:

  • लगातार सिरदर्द

  • उल्टी

  • धुंधली दृष्टि

  • हाथ-पैरों में कमजोरी

  • दौरे (Seizures)

  • याददाश्त में समस्या या भ्रम

  • स्वभाव में परिवर्तन

उपलब्ध उपचार:

  • सर्जरी (शल्य चिकित्सा)

  • रेडिएशन थेरेपी

  • कीमोथेरेपी

  • टारगेटेड दवाइयाँ 

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

2 hours ago

RBI मौद्रिक नीति दिसंबर 2025: दरों में कटौती और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव

भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…

3 hours ago

ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी 2026 तक गुरुग्राम में अपना पहला भारतीय कैंपस खोलेगी

भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…

4 hours ago

जानें कैसे 29 साल की लड़की बनी दुनिया की सबसे युवा सेल्फ-मेड महिला अरबपति

सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…

5 hours ago

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

6 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

6 hours ago