World Book and Copyright Day यानि विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस प्रत्येक वर्ष 23 अप्रैल को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य मानवता, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सभी लेखकों को श्रद्धांजलि देना है।
इस वर्ष की विश्व पुस्तक राजधानी: कुआलालंपुर, मलेशिया. हर साल यूनेस्को और पुस्तकों के प्रकाशन और पुस्तकों के विक्रेता उद्योगों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन द्वारा विश्व पुस्तक राजधानी का चयन किया जाता है, जो 23 अप्रैल से प्रभावी होकर 1 वर्ष की अवधि के लिए रहती है।
साल 2020 का नारा होगा – “KL Baca – caring through reading”
विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस का इतिहास:
इस दिन को मूल रूप से 23 अप्रैल 1995 को पेरिस में आयोजित हुई यूनेस्को की आम बैठक में घोषित किया गया था और जिसके बाद, हर साल 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस या विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस या अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया है। इस दिन को यूनेस्को द्वारा अपने समय के कई प्रसिद्ध एवं जाने-माने लेखकों के जन्मदिवस / पुण्यतिथि के रूप में विश्व साहित्य के प्रतीक के रूप में चुना गया है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
- यूनेस्को के महानिदेशक: ऑड्रे अज़ोले.
- यूनेस्को का गठन: 4 नवंबर 1946.
- यूनेस्को मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस.