संयुक्त राज्य अमेरिका हर वर्ष 26 अगस्त को “महिला समानता दिवस” मनाता है। यह दिन 1920 में 19वें संवैधानिक संशोधन (19th Amendment) के अनुमोदन की याद दिलाता है, जिसने अमेरिकी महिलाओं को मतदान का अधिकार प्रदान किया। यह महिलाओं के अधिकारों की ऐतिहासिक जीत का प्रतीक है, लेकिन साथ ही यह उन चुनौतियों की भी याद दिलाता है जो आज भी मौजूद हैं—जैसे वेतन असमानता, नेतृत्व में कम प्रतिनिधित्व, और स्वास्थ्य व शिक्षा में बाधाएँ।
महिलाओं के अधिकारों की औपचारिक लड़ाई 1848 में सेनिका फॉल्स सम्मेलन से शुरू हुई, जिसका नेतृत्व ल्यूक्रेशिया मॉट और एलिज़ाबेथ कैडी स्टैंटन जैसी अग्रणी महिलाओं ने किया।
इसके बाद दशकों तक रैलियाँ, याचिकाएँ और आंदोलन चलाए गए, जिनमें महिलाओं ने समान राजनीतिक भागीदारी की मांग की।
उनकी दृढ़ता ने 26 अगस्त 1920 को 19वें संशोधन के अनुमोदन का मार्ग प्रशस्त किया, जिससे महिलाओं को मतदान का संवैधानिक अधिकार मिला।
1970 में “महिला समानता हेतु हड़ताल” (Women’s Strike for Equality) के बाद, कांग्रेसवुमन बेला अब्ज़ग ने 1971 में एक प्रस्ताव रखा कि 26 अगस्त को महिला समानता दिवस के रूप में मनाया जाए।
1973 में अमेरिकी कांग्रेस ने इसे आधिकारिक मान्यता दी। तब से हर अमेरिकी राष्ट्रपति इस दिन पर एक औपचारिक घोषणा-पत्र जारी करते हैं।
मतदान का अधिकार पाना एक बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन आज भी लैंगिक असमानता बनी हुई है—
वेतन अंतर (Pay Gap): समान कार्यों में भी महिलाएँ पुरुषों से कम कमाती हैं।
नेतृत्व में कमी (Leadership Gap): बोर्डरूम, राजनीति और निर्णयकारी पदों पर महिलाओं की उपस्थिति अभी भी सीमित है।
स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता: सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं तक महिलाओं की पहुँच चुनौतीपूर्ण है।
शिक्षा और कार्य संतुलन: STEM और कौशल आधारित व्यवसायों में महिलाओं को अब भी रूढ़िवादिता और अवसरों की कमी का सामना करना पड़ता है।
इसलिए, महिला समानता दिवस 2025 समाज को याद दिलाता है कि वास्तविक समानता निरंतर वकालत और सुधारों से ही संभव है।
अमेरिका में यह दिन विभिन्न गतिविधियों से मनाया जाता है—
समुदाय कार्यक्रम और कार्यशालाएँ – लैंगिक समानता पर जागरूकता के लिए।
उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम – महिलाओं के योगदान का सम्मान करने हेतु।
पुरस्कार समारोह – महिला नेताओं को पहचान देने के लिए।
युवा कार्यक्रम और जागरूकता अभियान – नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए।
इतिहास जानें – मताधिकार आंदोलन और महिला अधिकारों की अग्रदूतों का अध्ययन करें।
महिला उद्यमों को सहयोग दें – स्थानीय महिला-स्वामित्व वाले व्यवसायों से खरीदारी करें।
चर्चाओं व आयोजनों में शामिल हों – लैंगिक न्याय पर सम्मेलन या संवाद का हिस्सा बनें।
महिलाओं की आवाज़ को सशक्त करें – सोशल मीडिया पर महिला नेताओं, कार्यकर्ताओं और परिवर्तनकर्ताओं की कहानियाँ साझा करें।
कार्रवाई करें – समान वेतन, शिक्षा और महिला स्वास्थ्य जैसे मुद्दों के लिए स्वयंसेवा करें, दान दें या सक्रिय वकालत करें।
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