विंग्स इंडिया 2026, जो भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र का द्विवार्षिक प्रमुख कार्यक्रम है, 28 से 31 जनवरी तक हैदराबाद में आयोजित किया जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और फिक्की (FICCI) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह कार्यक्रम बेगमपेट हवाई अड्डे पर होगा और पूरे उड्डयन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करेगा। यह आयोजन वैश्विक स्तर पर एयरलाइनों, विमान निर्माताओं, निवेशकों, विक्रेताओं और नीति-निर्माताओं जैसे हितधारकों को एक साथ लाकर वाणिज्यिक, सामान्य, व्यावसायिक विमानन और उन्नत वायु गतिशीलता क्षेत्रों में वृद्धि और नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगा।
समाचार में क्यों?
विंग्स इंडिया 2026 की हैदराबाद में होने वाली घोषणा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत के तेजी से बढ़ते नागरिक उड्डयन क्षेत्र के महत्व को दर्शाती है। यह क्षेत्र बढ़ती हवाई यात्रा की मांग और तकनीकी प्रगति के कारण तीव्र गति से विस्तार कर रहा है। यह आयोजन नवाचारों को प्रदर्शित करने, निवेश को बढ़ावा देने और कौशल विकास को प्रोत्साहित करने का मंच प्रदान करेगा, जिससे यह उद्योग के सभी हितधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव बन जाता है। इसका कर्टेन रेज़र कार्यक्रम 23 मई 2025 को दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिससे देश-विदेश के प्रतिभागियों में रुचि और उत्साह बढ़ा है।
उद्देश्य
भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र की वृद्धि और विकास को प्रोत्साहित करने हेतु एक समग्र मंच प्रदान करना।
लक्ष्य
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वाणिज्यिक, सामान्य, व्यावसायिक विमानन और उन्नत वायु गतिशीलता सहित विभिन्न उपक्षेत्रों के हितधारकों को एकत्र करना।
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निर्माताओं, एयरलाइनों, निवेशकों और नीति-निर्माताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देना।
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उड्डयन में तकनीकी प्रगति और नवाचारों का प्रदर्शन करना।
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निवेश के अवसरों को बढ़ावा देना और ज्ञान साझा करने की सुविधा देना।
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बढ़ती श्रमिक मांग को पूरा करने के लिए कौशल विकास पहलों का समर्थन करना।
पृष्ठभूमि
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विंग्स इंडिया एक द्विवार्षिक (हर दो साल में एक बार) आयोजित होने वाला प्रमुख नागरिक उड्डयन प्रदर्शनी और सम्मेलन है।
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इसका आयोजन नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और फिक्की (FICCI) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।
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हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे को इसके आयोजन स्थल के रूप में चुना गया है, जो अपनी रणनीतिक स्थिति और उड्डयन विरासत के लिए जाना जाता है।
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यह आयोजन आम तौर पर प्रदर्शनी, संगोष्ठी, B2B बैठकों और नेटवर्किंग सत्रों को शामिल करता है, जिसमें वैश्विक भागीदारी देखी जाती है।
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भारत का नागरिक उड्डयन क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से एक है, जिसे यात्री यातायात में वृद्धि, उड़ान (UDAN) जैसी सरकारी योजनाएं, और उन्नत वायु गतिशीलता की ओर बढ़ते कदम संचालित करते हैं।
मुख्य विशेषताएं
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28 से 31 जनवरी 2026 तक हैदराबाद के बेगमपेट एयरपोर्ट पर आयोजित किया जाएगा।
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प्रतिभागियों में एयरलाइंस, विमान निर्माता, निवेशक, विक्रेता, कार्गो ऑपरेटर, अंतरिक्ष उद्योग प्रतिनिधि, बैंकिंग संस्थान और कौशल विकास एजेंसियां शामिल होंगी।
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ध्यान केंद्रित क्षेत्र: वाणिज्यिक विमानन, सामान्य विमानन, बिज़नेस जेट्स, एडवांस्ड एयर मोबिलिटी और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियां।
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राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों को अपने क्षेत्रीय विमानन पहल प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
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23 मई 2025 को दिल्ली में होने वाले कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और राज्य मंत्री विदेशी मिशनों और उद्योग हितधारकों को संबोधित करेंगे।
महत्व
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विंग्स इंडिया 2026 भारत को वैश्विक विमानन हब के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाता है।
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यह आयोजन साझेदारियों को सशक्त करता है, निवेश आकर्षित करता है, और नवाचारों को प्रदर्शित कर उद्योग की प्रगति को गति देता है।
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यह न केवल कुशल कार्यबल के निर्माण में मदद करता है, बल्कि सतत विमानन प्रथाओं को भी प्रोत्साहित करता है।
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क्षेत्रीय संपर्क को सशक्त कर यह आयोजन भारत की आर्थिक प्रगति और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में योगदान देता है।