तुलसी गैबार्ड ने इतिहास रचते हुए अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (DNI) के रूप में शपथ ली, जिससे वह अमेरिकी खुफिया समुदाय का नेतृत्व करने वाली पहली हिंदू बनीं। अब वह 18 खुफिया एजेंसियों की प्रमुख हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रयासों का समन्वय करती हैं। गैबार्ड, जो एक पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेसवुमन, इराक युद्ध की अनुभवी और 2020 की राष्ट्रपति उम्मीदवार रही हैं, अपने स्वतंत्र राजनीतिक रुख, भारत से नजदीकी संबंधों और अमेरिकी विदेश नीति की आलोचना के कारण चर्चा में रही हैं।
| मुख्य पहलू | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | तुलसी गैबार्ड: पहली हिंदू जो अमेरिका की खुफिया प्रमुख बनीं |
| वर्तमान पद | राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (DNI) |
| नियुक्तकर्ता | राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप |
| सीनेट वोट | 52-48 |
| धार्मिक पहचान | हिंदू, भगवद गीता पर शपथ ली |
| राजनीतिक इतिहास | पूर्व डेमोक्रेट, 2022 में स्वतंत्र उम्मीदवार बनीं |
| पूर्व भूमिका | चार बार कांग्रेसवुमन, इराक युद्ध की अनुभवी |
| विवाद | असद समर्थक रुख, रूस-यूक्रेन युद्ध पर बयान, एडवर्ड स्नोडेन का समर्थन |
| भारत से संबंध | मोदी समर्थक, भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन किया |
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