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स्टारलिंक क्या है और सैटेलाइट इंटरनेट सेवा कैसे काम करती है?

जब तकनीकी नवाचार की बात होती है, तो एलन मस्क का नाम तुरंत दिमाग में आता है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति माने जाने वाले मस्क ने Tesla, SpaceX, Neuralink और xAI जैसी कई क्रांतिकारी कंपनियों की स्थापना की है। इन्हीं में से एक है Starlink, जो दुनिया को इंटरनेट से जोड़ने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने का प्रयास है।

SpaceX की सहायक कंपनी Starlink Services द्वारा संचालित यह परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी सैटेलाइट इंटरनेट प्रणाली बन चुकी है, जो तेज़ गति और कम विलंबता (low-latency) वाली इंटरनेट सेवा खासकर दूरदराज़ और पिछड़े क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं तक पहुंचा रही है।

जून 2025 तक Starlink ने 140 देशों में 60 लाख से अधिक लोगों को जोड़ा है। यह ब्रॉडबैंड इंटरनेट उद्योग में एक बड़ी तकनीकी छलांग है, जिसकी सेवाएं पारंपरिक केबल प्रदाताओं से भी कहीं बेहतर या बराबरी की मानी जा रही हैं।

Starlink क्या है?

स्थापना और स्वामित्व

Starlink, SpaceX द्वारा संचालित एक उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवा है। यह केवल एक इंटरनेट प्रदाता नहीं है, बल्कि पृथ्वी की कक्षा में घूमते हुए हज़ारों छोटे उपग्रहों का एक नेटवर्क है, जो दुनिया के लगभग हर कोने में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाता है।

विस्तार और कवरेज

  • लॉन्च वर्ष: 2019

  • मई 2025 तक उपग्रह: 7,600+

  • दुनिया के सक्रिय उपग्रहों का हिस्सा: 65% Starlink के पास

  • लक्ष्य: 12,000 से 34,400 उपग्रहों तक विस्तार

  • सितंबर 2024 तक: 4 मिलियन सक्रिय ग्राहक

Starlink कैसे काम करता है?

मुख्य तीन घटक:

  1. उपग्रह नेटवर्क (Satellite Constellation)
    Starlink के उपग्रह पृथ्वी की सतह से केवल 540–570 किमी की ऊँचाई पर होते हैं, जिससे Latency (विलंबता) बहुत कम होती है। यह ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉल्स और स्ट्रीमिंग के लिए आदर्श है।

  2. ग्राउंड स्टेशन (Gateway Stations)
    दुनिया भर में फैले ग्राउंड स्टेशन इंटरनेट डेटा को उपग्रहों से वैश्विक नेटवर्क तक पहुँचाने का काम करते हैं।

  3. यूज़र टर्मिनल (Starlink डिश)
    ग्राहक Phased-Array एंटीना का उपयोग करते हैं, जो बिना घूमे इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपग्रहों को ट्रैक करता है। यह कई उपग्रहों से एक साथ जुड़ सकता है।

डेटा ट्रांसमिशन प्रक्रिया:

  • यूज़र के रिक्वेस्ट (जैसे वेबपेज खोलना) को नज़दीकी उपग्रह तक भेजा जाता है।

  • उपग्रह डेटा को ग्राउंड स्टेशन तक पहुँचाता है।

  • वहाँ से इंटरनेट रिस्पॉन्स उसी मार्ग से यूज़र तक लौटता है।

  • यह सब कुछ 20–40 मिलीसेकंड में होता है।

Starlink की विशेषताएँ

1. तेज़ गति और कम विलंबता

  • स्पीड: 50 Mbps से 150+ Mbps तक

  • पिंग: 20–40 ms

  • आदर्श उपयोग:

    • 4K वीडियो स्ट्रीमिंग

    • ऑनलाइन गेमिंग

    • रिमोट वर्क/क्लास

2. वैश्विक कवरेज

  • जहाँ फ़ाइबर या मोबाइल टावर पहुँचना संभव नहीं वहाँ Starlink:

    • दूरदराज़ गाँव

    • पहाड़ी क्षेत्र

    • समुद्री जहाज़ और विमान

    • निर्जन द्वीप

3. सरल स्थापना

  • Starlink किट में शामिल:

    • Starlink डिश

    • माउंटिंग स्टैंड

    • वाई-फाई राउटर

  • आमतौर पर बिना तकनीकी मदद के भी स्थापित किया जा सकता है।

Starlink का बाज़ार पर प्रभाव

1. ग्रामीण भारत और दुनिया भर में बदलाव

Starlink उन क्षेत्रों में इंटरनेट क्रांति ला रहा है जहाँ अब तक कोई विश्वसनीय कनेक्टिविटी नहीं थी। इससे:

  • लोग घर से काम कर पा रहे हैं

  • ऑनलाइन शिक्षा ले पा रहे हैं

  • डिजिटल इकोनॉमी से जुड़ पा रहे हैं

2. पारंपरिक ISPs को चुनौती

  • स्थानीय इंटरनेट कंपनियों पर दबाव: सेवा सुधारें या मूल्य घटाएँ

  • Amazon’s Project Kuiper जैसे प्रतिद्वंदी भी अब मैदान में उतर रहे हैं

क्या मौसम Starlink को प्रभावित करता है?

कुछ हद तक – बहुत भारी बारिश, बर्फ़बारी या बादल प्रदर्शन को थोड़ी देर के लिए धीमा कर सकते हैं।
लेकिन Starlink के उपग्रह लगातार गति में रहते हैं, इसलिए सिस्टम ऑटोमेटिकली सिग्नल को रीरूट करता है।
आम मौसम में कोई खास असर नहीं होता।

भविष्य की योजनाएँ

1. मोबाइल और समुद्री सेवाएँ

  • Starlink Roam: चलते-फिरते इंटरनेट

  • Starlink Aviation: विमानों के लिए इंटरनेट

  • Starlink Maritime: समुद्री जहाज़ों के लिए इंटरनेट

2. आगे का विस्तार

  • 30,000+ उपग्रहों का लक्ष्य

  • दुनिया का सबसे बड़ा ब्रॉडबैंड नेटवर्क बनने की ओर अग्रसर

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