जल शक्ति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय जल मिशन (NWM) और जल उपयोग दक्षता ब्यूरो (BWUE) द्वारा ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) के सहयोग से जल स्थिरता सम्मेलन 2025 का आयोजन 12 मार्च 2025 को NDMC कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, श्री सी. आर. पाटिल ने किया। सम्मेलन में उद्योगों में जल उपयोग दक्षता बढ़ाने के तरीकों और नीतियों पर चर्चा की गई।
अपने उद्घाटन भाषण में श्री सी. आर. पाटिल ने जल प्रबंधन के 4R सिद्धांत (रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल और रिचार्ज) को अपनाने पर जोर दिया और पाँचवां सिद्धांत “रिस्पेक्ट” (सम्मान) जोड़ते हुए उद्योगों से जल संसाधनों का सम्मानपूर्वक एवं सतत उपयोग करने की अपील की।
सम्मेलन के मुख्य बिंदु
सरकारी दृष्टिकोण एवं रणनीति
- जल जीवन मिशन और जल शक्ति अभियान जैसी पहलों के माध्यम से जल प्रबंधन में सुधार।
- उद्योगों को सर्कुलर इकॉनमी मॉडल अपनाने के लिए प्रेरित करना, जिससे जल उपचार, पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण को बढ़ावा मिले।
- PEPL कडोदरा (सूरत) और वापी पेपर उद्योग जैसे सफल मॉडलों को प्रदर्शित किया गया।
तकनीकी और विशेषज्ञ सत्र
- डॉ. स्यामल कुमार सरकार (पूर्व WR एवं DoPT सचिव) ने बताया कि 2050 तक भारत का औद्योगिक जल मांग 151 BCM तक पहुंच सकती है, जिसके लिए जल दक्षता बढ़ाने के उपाय जरूरी हैं।
- तकनीकी सत्र I: औद्योगिक जल दक्षता के लिए NTPC, SAIL और CPCB द्वारा प्रस्तुत अध्ययन।
- तकनीकी सत्र II: “जल तटस्थता और नेट ज़ीरो भविष्य” पर चर्चा।
महत्वपूर्ण सिफारिशें एवं निष्कर्ष
- उद्योगों के लिए जल ऑडिट अनिवार्य करने की सिफारिश।
- जल दक्ष प्रक्रियाएं अपनाकर पुनर्चक्रण और भूजल पुनर्भरण को बढ़ावा देना।
- औद्योगिक उत्पादों के लिए जल पदचिह्न अंकन और BIS मानकों को लागू करना।
- शून्य तरल निर्वहन (ZLD) तकनीकों को अपनाने पर बल।
- सरकार और उद्योगों के बीच साझेदारी को मजबूत बनाना।
इस सम्मेलन में नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया और भारत को जल स्थिरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए ठोस रणनीतियों पर जोर दिया।
विषय | विवरण |
समाचार में क्यों? | जल स्थिरता सम्मेलन 2025: औद्योगिक जल उपयोग दक्षता को बढ़ावा |
कार्यक्रम का नाम | जल स्थिरता सम्मेलन 2025 |
तिथि और स्थान | 12 मार्च 2025, NDMC कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली |
आयोजक | जल उपयोग दक्षता ब्यूरो (BWUE), राष्ट्रीय जल मिशन (NWM), जल शक्ति मंत्रालय एवं TERI |
मुख्य अतिथि | श्री सी. आर. पाटिल, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री |
मुख्य फोकस | औद्योगिक जल उपयोग दक्षता |
4R दृष्टिकोण | रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल, रिचार्ज (+ रिस्पेक्ट को 5वें सिद्धांत के रूप में जोड़ा गया) |
प्रमुख अध्ययन मामले | PEPL कडोदरा (सूरत), वापी पेपर उद्योग |
तकनीकी सत्र | औद्योगिक जल दक्षता, बेंचमार्किंग, जल तटस्थता, ZLD, नीतिगत नियम |
मुख्य सिफारिशें | औद्योगिक जल ऑडिट, सर्कुलर इकॉनमी, रीयल-टाइम मॉनिटरिंग, उन्नत पुनर्चक्रण तकनीकें |
निष्कर्ष | सतत जल प्रबंधन के लिए उद्योग-सरकार सहयोग को मजबूत करना |