उन्हें 1988 में ‘बारी बदले जाय’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वह रवींद्र पुरस्कार, आनंद पुरस्कार और रवींद्रनाथ टैगोर मेमोरियल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के भी प्राप्तकर्ता थे. उनकी आखिरी पुस्तक, ‘हारानो खटा’ 2015 में प्रकाशित हुई थी.
पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) प्रमुख रोड्रिगो रेटो को भ्रष्टाचार से जुड़े अपराधों के लिए…
रूसी टेनिस खिलाड़ी दानिल सावलेव को डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने के लिए दो साल…
‘अडिग न्यायाधीश: जस्टिस ए.एन. ग्रोवर का जीवन और विरासत’ के विमोचन पर, अटॉर्नी जनरल आर.…
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष पद पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा का कार्यकाल…
हवाई अड्डों पर महंगे खाद्य और पेय पदार्थों को लेकर बढ़ती चिंताओं को दूर करने…
मध्य प्रदेश ने अपनी समृद्ध विरासत, अद्वितीय वन्यजीव और प्राकृतिक सुंदरता के लिए वॉल स्ट्रीट…