अमेरिका के दो युद्धपोत अंतरराष्ट्रीय जल के माध्यम से ताइवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरे। अमेरिकी नौसेना ने इसकी जानकारी दी है। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ने के बाद यह इस तरह का पहला ऑपरेशन है। पेलोसी की यात्रा के विरोध में चीन ने ताइवान को घेरकर सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया था।
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हाल के वर्षों में अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की नौसेनाएं नियमित रूप से ताइवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरी हैं। बीजिंग ने इस तरह की कार्रवाइयों को ‘उकसाने वाला’ करार दिया है क्योंकि वह ताइवान पर अपना दावा करता है। अमेरिकी नौसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से होकर गुजरना ‘अमेरिका की एक स्वतंत्र औ खुले इंडो-पैसिफिक के प्रति प्रतिबद्धता’ का प्रदर्शन करता है।
बता दें एक के बाद एक अमेरिकी अधिकारियों और राजनेताओं की ताइवान यात्रा ने चीन और अमेरिका के बीच एक नए सिरे से तनाव को जन्म दिया है। ताइवान जलडमरूमध्य चीन और ताइवान के बीच 1949 से ही एक तनावपूर्ण क्षेत्र रहा है।
पिछले दिनों चीन के एक विमानवाहक पोत ने ताइवान के साथ तनाव के बीच पूरे युद्धक समूह के साथ दक्षिण चीन सागर में लड़ाकू अभ्यास किया जिसमें एक परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बी समेत नौसैनिक पोतों का बेड़ा शामिल रहा। यह विमानवाहक पोत सेवा में आने के दो साल बाद ही उन्नत किए जाने को लेकर चर्चा में रहा है।
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