अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 9 फरवरी को “गल्फ ऑफ अमेरिका डे” के रूप में मान्यता दी है, जो कि पहले गल्फ ऑफ मैक्सिको के नाम से जाना जाता था। यह निर्णय राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद लिया गया, जिससे अमेरिका की संप्रभुता और पहचान को और मजबूत करने का संदेश दिया गया है।
20 जनवरी को अपने उद्घाटन समारोह के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें गृह विभाग (Department of the Interior) को 30 दिनों के भीतर नाम परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया। यह कदम अमेरिका के प्राकृतिक स्थलों को राष्ट्रीय पहचान से जोड़ने की उनकी नीति का हिस्सा बताया जा रहा है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस प्रस्तावना पर हस्ताक्षर एयर फोर्स वन में उड़ान के दौरान किए, जब वे न्यू ऑरलियन्स में सुपर बाउल इवेंट के लिए जा रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर कहा, “हम अभी इसके ऊपर उड़ रहे हैं, इसलिए यह सही समय है।” इस निर्णय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है और इसे अमेरिका की शक्ति और पहचान को दर्शाने वाला कदम बताया जा रहा है।
राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश के तुरंत बाद, अमेरिकी तटरक्षक बल (US Coast Guard) इस नाम को अपनाने वाली पहली सरकारी एजेंसी बन गई। अब अन्य सरकारी विभागों और संस्थानों से भी उम्मीद की जा रही है कि वे आधिकारिक संचार और दस्तावेज़ों में “गल्फ ऑफ अमेरिका” का उपयोग करेंगे।
इस नाम परिवर्तन पर मेक्सिको और मध्य अमेरिकी देशों ने नाराजगी जताई है, क्योंकि यह समुद्री क्षेत्र कई देशों द्वारा साझा किया जाता है। आलोचकों का मानना है कि यह अमेरिका द्वारा एकतरफा प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश हो सकती है। हालाँकि, ट्रंप प्रशासन के समर्थकों का कहना है कि यह केवल एक प्रतीकात्मक निर्णय है और इससे किसी देश की संप्रभुता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
गुल्फ ऑफ अमेरिका (पूर्व में गुल्फ ऑफ मैक्सिको) अमेरिका के लिए आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र शिपिंग, मछली पालन और तेल उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है। हालाँकि, यह देखना बाकी है कि यह नया नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया जाएगा या केवल अमेरिका तक सीमित रहेगा। लेकिन इतना तय है कि इस निर्णय ने विश्वभर में नीति-निर्माताओं और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है।
पहलू | विवरण |
क्यों चर्चा में? | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश के बाद 9 फरवरी को “गल्फ ऑफ अमेरिका डे” घोषित किया, जिसमें गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका कर दिया गया। |
गल्फ का नाम परिवर्तन | 20 जनवरी को ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें गृह विभाग को 30 दिनों के भीतर नाम परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया। |
एयर फोर्स वन में घोषणापत्र | राष्ट्रपति ट्रंप ने यह घोषणा एयर फोर्स वन में उड़ान के दौरान गल्फ के ऊपर उड़ते हुए की, जिससे पहली बार आधिकारिक तौर पर “गल्फ ऑफ अमेरिका” नाम का उपयोग हुआ। |
यूएस कोस्ट गार्ड द्वारा आधिकारिक उपयोग | अमेरिकी तटरक्षक बल (US Coast Guard) इस नाम को अपनाने वाली पहली सरकारी एजेंसी बनी, जिससे अन्य संस्थानों के लिए भी इसका उपयोग करने की मिसाल बनी। |
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ | इस नाम परिवर्तन ने वैश्विक बहस को जन्म दिया। समर्थकों ने इसे अमेरिकी संप्रभुता को सुदृढ़ करने वाला कदम बताया, जबकि आलोचकों ने इसे क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय पहचान की उपेक्षा करार दिया। |
सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व | यह गल्फ शिपिंग, तेल उत्पादन और मछली पालन के लिए महत्वपूर्ण है, और यह नाम परिवर्तन इसके अमेरिकी आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है। |
वैश्विक ध्यान | इस निर्णय ने वैश्विक मीडिया और नीति-निर्माताओं का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें मेक्सिको और मध्य अमेरिकी देशों ने चिंता जताई, जबकि कुछ समूहों ने समर्थन किया। |
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