संयुक्त राष्ट्र दिवस 2024: थीम, इतिहास और महत्व

वर्ष 1948 से हर साल 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। साल 1945 में सभी के लिए शांति, विकास और मानव अधिकारों का संरक्षण करने के लिए सामूहिक कार्रवाई का सहयोग करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की गई थी। सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों सहित अपने हस्ताक्षरकर्ताओं के बहुमत द्वारा घोषणापत्र के अनुसमर्थन के बाद संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक रूप से अस्तित्व में आया था।

इसे संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1971 में अंतरराष्ट्रीय स्तर मनाए जाने की घोषणा की गई थी और इस संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों में सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

2024 में संयुक्त राष्ट्र दिवस की थीम

2024 में संयुक्त राष्ट्र दिवस की थीम अभी तक आधिकारिक रूप से घोषित नहीं की गई है। हालांकि, हर साल की तरह इस वर्ष की थीम भी आमतौर पर संयुक्त राष्ट्र की प्राथमिकताओं और वर्तमान वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित होगी, जैसे शांति निर्माण, सतत विकास, मानवाधिकार, या जलवायु कार्रवाई। 2024 की थीम के केंद्र में बहुपक्षवाद, वैश्विक एकजुटता, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अहमियत हो सकती है, जो दुनिया के समक्ष मौजूद मुख्य चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करेगी।

पिछले वर्षों में संयुक्त राष्ट्र दिवस की थीम में निम्नलिखित विषयों पर जोर दिया गया है:

  • सतत विकास लक्ष्य (SDGs) और 2030 एजेंडा।
  • जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण।
  • मानवाधिकार, लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय।

यह थीमें वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और संयुक्त राष्ट्र के मिशन को बढ़ावा देने के लिए एकता और सहयोग को प्रोत्साहित करती हैं।

महत्व

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने द्वारा विश्व विकास सूचना दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित होने के बाद 24 अक्टूबर 1973 को पहली बार यह दिवस मनाया गया था। आपको बता दें, 24 अक्टूबर को इस दिन को मनाने का फैसला किया गया था, क्योंकि इसी तारीख को 1970 में द्वितीय राष्ट्र विकास दशक के लिए अंतर्राष्ट्रीय विकास रणनीति को अपनाया गया था। आज भी यह दिवस प्रतिवर्ष विकास की समस्याओं को हल करने, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और विश्व जनमत का ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र का इतिहास

वर्ष 2020 में संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक चार्टर की 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। 50 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा चार्टर पर 26 जून 1945 को हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें पोलैंड ने सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन उसने बाद में हस्ताक्षर किए और वह 51 संस्थापक सदस्य देशों में शामिल हो गया।

संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक रूप से 24 अक्टूबर 1945 को अस्तित्व में आया, जब चीन, फ्रांस, सोवियत संघ, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और अधिकांश अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा चार्टर को मजूरी दी गई थी। “संयुक्त राष्ट्र” नाम संयुक्त राज्य के राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट द्वारा दिया गया था और पहली बार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1 जनवरी 1942 की घोषणा में इस्तेमाल किया गया था।

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vikash

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