भारत के पावर ग्रिड को मजबूत करने और नवीनीकरण ऊर्जा के समाकलन में नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय ऊर्जा और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री श्री मनोहर लाल ने 9 मार्च 2025 को ‘GRIDCON 2025’ का उद्घाटन किया। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी दिल्ली के द्वारका स्थित IICC, यशोभूमी में आयोजित की गई। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री श्रीपद यसो नाइक भी मौजूद थे।
GRIDCON 2025: पावर सेक्टर के विशेषज्ञों का वैश्विक संगम
इस उद्घाटन समारोह में पावर सेक्टर के प्रमुख पेशेवरों और विशेषज्ञों ने भाग लिया। इसमें 2,000 से अधिक सम्मेलन प्रतिनिधि, 150 तकनीकी पेपर, 150 प्रदर्शनी कंपनियां और 30 देशों के प्रतिनिधि शामिल थे।
GRIDCON 2025 का केंद्रीय विषय और उद्देश्य
GRIDCON 2025 का मुख्य विषय “ग्रिड रेजिलिएंस में नवाचार” है, जो नवीकरणीय ऊर्जा के समाकलन, ग्रिड स्थिरता, स्मार्ट एसेट प्रबंधन, और पावर सेक्टर में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को एक मंच प्रदान करना है ताकि वे विचारों का आदान-प्रदान कर सकें और पावर ग्रिड के भविष्य के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा कर सकें।
GRIDCON 2025 की प्रमुख विशेषताएँ
इस सम्मेलन और प्रदर्शनी में चार प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की गई:
नवीकरणीय ऊर्जा समाकलन
GRIDCON 2025 में बड़े पैमाने पर सौर, पवन, और जल ऊर्जा को राष्ट्रीय ग्रिड में समाहित करने के लिए समाधान और चुनौतियों पर चर्चा की गई। इसमें ऊर्जा भंडारण, ग्रिड संतुलन, और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर जोर दिया गया।
ग्रिड रेजिलिएंस और स्थिरता
पावर डिमांड और आपूर्ति में बढ़ती जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए, ग्रिड को स्थिर और लचीला बनाए रखने के उपायों पर चर्चा की गई, जैसे एआई-आधारित प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस और डिजिटल समाधान।
स्मार्ट एसेट प्रबंधन
पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर की दक्षता और दीर्घायु बढ़ाने के लिए उन्नत विश्लेषण, डिजिटल ट्विंस, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का उपयोग किया गया।
पावर सेक्टर में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन
एआई-आधारित ग्रिड संचालन, ब्लॉकचेन तकनीक, और स्मार्ट मीटरिंग जैसी डिजिटल तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
GRIDCON 2025 का भारत के ऊर्जा क्षेत्र में महत्व
GRIDCON 2025 जैसे आयोजन नीतियों और प्रौद्योगिकियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो भारत को एक निचले-कार्बन अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करने की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे।
| पहलू | विवरण |
| खबर में क्यों? | केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने 9 मार्च 2025 को IICC, यशोभूमि, द्वारका, नई दिल्ली में GRIDCON 2025 का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम ग्रिड रेजिलिएंस, नवीकरणीय ऊर्जा समाकलन, और पावर सेक्टर में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर केंद्रित है। |
| आयोजक | पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (POWERGRID), मंत्रालय ऊर्जा के संरक्षण में, CIGRE इंडिया के सहयोग से। |
| आयोजन अवधि | 9–11 मार्च 2025 |
| प्रमुख विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित | – श्री मनोहर लाल (केंद्रीय मंत्री, ऊर्जा एवं आवास) – श्री श्रीपद येसो नाइक (केंद्रीय राज्य मंत्री, ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा) – श्री आर.के. त्यागी (CMD, POWERGRID) – मंत्रालय ऊर्जा, POWERGRID और अन्य PSUs के वरिष्ठ अधिकारी |
| विषय | “ग्रिड रेजिलिएंस में नवाचार” |
| प्रमुख ध्यान केंद्रित क्षेत्र | – नवीकरणीय ऊर्जा समाकलन (ग्रिड संतुलन, हाइब्रिड परियोजनाएँ) – ग्रिड रेजिलिएंस और स्थिरता (AI-आधारित प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस, स्वचालन) – स्मार्ट एसेट प्रबंधन (डिजिटल ट्विंस, IoT पावर सिस्टम में) – डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (AI, ब्लॉकचेन, स्मार्ट मीटरिंग) |
| सहभागिता | – 2,000+ प्रतिनिधि – 150+ तकनीकी पेपर – 150+ प्रदर्शक – 30+ देशों के प्रतिनिधि |
| प्रदर्शनी प्रमुख बिंदु | – अगली पीढ़ी की पावर ट्रांसमिशन प्रौद्योगिकियाँ – AI-आधारित ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली – ग्रीन हाइड्रोजन समाधान और ऊर्जा भंडारण नवाचार |
| भारत के लिए महत्व | – ग्रिड आधुनिकीकरण के लिए नीति निर्माण – स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकियों में निवेश – ऊर्जा संचरण में AI और डिजिटल समाधानों का कार्यान्वयन |
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