केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने फ्लड वॉच इंडिया 2.0 ऐप लॉन्च किया

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने नई दिल्ली में केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा विकसित ‘फ्लडवॉच इंडिया’ मोबाइल एप्लिकेशन के संस्करण 2.0 को लॉन्च किया। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने देश में बाढ़ की स्थिति से संबंधित जानकारी और जनता तक वास्तविक समय के आधार पर 7 दिनों तक बाढ़ के पूर्वानुमान को प्रसारित करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करने के उद्देश्य से 17 अगस्त, 2023 को मोबाइल एप्लिकेशन का पहला संस्करण जारी किया था।

फ्लड वॉच इंडिया ऐप 2.0 स्मार्टफोन के माध्यम से देश भर में उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय के आधार पर बाढ़ की जानकारी प्रदान करेगा। फ्लड वॉच इंडिया ऐप 2.0, 2023 में लॉन्च किए गए फ्लड वॉच इंडिया ऐप का उन्नत संस्करण है और 2023 संस्करण की तुलना में देश में अधिक बाढ़ निगरानी स्टेशनों और जल जलाशयों को कवर करता है। फ्लड वॉच इंडिया 2.0 ऐप केंद्रीय जल आयोग द्वारा विकसित किया गया है, जो केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत आता है।

वास्तविक समय की निगरानी

ऐप सटीक और समय पर बाढ़ पूर्वानुमान देने के लिए उपग्रह डेटा विश्लेषण, गणितीय मॉडलिंग और वास्तविक समय की निगरानी जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करता है। पहले संस्करण में 200 स्तर के पूर्वानुमान स्टेशनों पर बाढ़ के पूर्वानुमानों की जानकारी प्रदान की गई थी।

फ्लड वॉच इंडिया 2.0 ऐप पर उपलब्ध सुविधा

यह उपयोगकर्ता को वास्तविक समय के आधार पर 7 दिनों तक बाढ़ की स्थिति की जानकारी और पूर्वानुमान प्रदान करने में सक्षम है। इस पर 24 घंटे तक राज्य-वार/बेसिन-वार बाढ़ पूर्वानुमान उपलब्ध रहता है। संस्करण 2.0 में 592 बाढ़ निगरानी स्टेशनों पर बाढ़ पूर्वानुमानों की जानकारी प्रदान करता है। 2.0 संस्करण में देश के 150 प्रमुख जलाशयों की भंडारण स्थिति के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करने की क्षमता है।

उपयोगकर्ता पहुँच

ऐप अंग्रेजी और हिंदी भाषा में जानकारी प्रदान करता है। यह उपयोगकर्ता को पठनीय और ऑडियो प्रसारण के माध्यम से जानकारी प्रदान करता है। यह ऐप एंड्रॉइड और iOS डिवाइस के लिए उपलब्ध है।

उद्देश्य और प्रभाव

अपग्रेड किए गए ऐप का उद्देश्य बाढ़ का व्यापक अवलोकन प्रदान करना है, जिससे उपयोगकर्ताओं को अपने आस-पास बाढ़ और जलाशय की स्थिति पर नज़र रखने में मदद मिलती है। निगरानी स्टेशनों की संख्या बढ़ाकर और जलाशय डेटा को शामिल करके, ऐप बाढ़ निगरानी क्षमताओं को बढ़ाता है और बेहतर तैयारी और प्रतिक्रिया प्रयासों का समर्थन करता है।

FAQs

जल संसाधन मंत्रालय का गठन किस वर्ष में किया गया था?

1985

vikash

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