भारत के प्रतिष्ठित टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों को संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा घोषित नई एआई सलाहकार संस्था में नामित किया गया है। इस एआई सलाहकार संस्था को 26 अक्टूबर 2023 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा घोषित किया गया है। यह संस्था आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नियंत्रित करने के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों का समर्थन करेगी।
एआई सलाहकार संस्था
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख द्वारा घोषित एआई पर हाई लेवल मल्टी स्टेकहोल्डर एडवाइजरी बॉडी में सरकार, निजी क्षेत्र, रिसर्च फर्म, सिविल सोसाइटी और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।
एआई सलाहकार संस्था की घोषणा करते हुए गुटेरेस ने कहा कि हमारे चुनौतीपूर्ण समय में, एआई मानवता के लिए असाधारण प्रगति को शक्ति प्रदान कर सकता है। संकटों की भविष्यवाणी करने और उनका समाधान करने से लेकर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा सेवाओं को शुरू करने तक, एआई हर स्तर पर सरकारों, नागरिक समाज और संयुक्त राष्ट्र के काम को बढ़ा सकता है।
यह एआई के जोखिमों और चुनौतियों पर वैश्विक वैज्ञानिक सहमति बनाने पर केंद्रित है। संस्था डेवलपमेंट के लिए एआई का उपयोग करने में मदद करना और एआई गवर्नेंस पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करेगी।
भारत के ये टेक एक्सपर्ट हुए शामिल
इस सलाहकार संस्था में भारत के टेक एक्सपर्ट iSPIRT फाउंडेशन के सह-संस्थापक अमनदीप सिंह गिल, शरद शर्मा और हगिंग फेस, इंडिया की प्रमुख रिसर्चर नाजनीन रजनी सदस्य के रूप में शामिल हैं। यह संस्था एआई गवर्नेंस पर अन्य मौजूदा और उभरती पहलों के लिए पुल का काम करेगी और भविष्य के शिखर सम्मेलन से पहले 2023 के अंत तक अपनी सिफारिशें जारी करेगी।
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