डोनाल्ड ट्रंप ने कागज के स्ट्रॉ पर लगाया बैन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 10 फरवरी 2025 को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिससे पेपर स्ट्रॉ को बढ़ावा देने वाली संघीय नीतियों को रद्द कर दिया गया। ट्रंप ने पेपर स्ट्रॉ को अप्रभावी बताते हुए कहा,“ये चीजें काम नहीं करतीं। मैंने इन्हें कई बार इस्तेमाल किया है, और कभी-कभी ये टूट जाती हैं, फट जाती हैं।”

इस निर्णय को उपभोक्ता सुविधा, पर्यावरणीय प्रभाव और नियामक नियंत्रण के नजरिए से एक बड़ा नीति बदलाव माना जा रहा है। जहां एक ओर पर्यावरणविद इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उद्योग जगत और उपभोक्ताओं के एक वर्ग ने इसका समर्थन किया है। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि उपभोक्ताओं को अपनी पसंद के उत्पाद चुनने की स्वतंत्रता होनी चाहिए, जबकि पर्यावरण कार्यकर्ताओं का तर्क है कि प्लास्टिक स्ट्रॉ की वापसी से समुद्री प्रदूषण और प्लास्टिक अपशिष्ट में वृद्धि होगी। यह फैसला पर्यावरण संरक्षण बनाम उपभोक्ता सुविधा की बहस को फिर से जीवित कर चुका है।

प्लास्टिक स्ट्रॉ पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था?

2010 के दशक के अंत में प्लास्टिक स्ट्रॉ को पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा माना जाने लगा, क्योंकि ये महासागरों में प्रदूषण फैलाने और समुद्री जीवों को नुकसान पहुंचाने वाले मुख्य कारणों में से एक थे। पर्यावरणविदों ने पेपर और पुन: उपयोग किए जाने वाले स्ट्रॉ को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाए, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिका के कई शहरों और राज्यों ने सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया

स्टारबक्स और मैकडॉनल्ड्स जैसी कंपनियों ने भी प्लास्टिक स्ट्रॉ को हटाकर पेपर स्ट्रॉ अपनाने की पहल की। हालांकि, कई उपभोक्ताओं ने पेपर स्ट्रॉ के जल्दी घुलने और असुविधाजनक होने की शिकायत की, जिससे इसकी प्रभावशीलता को लेकर बहस जारी रही।

ट्रंप के कार्यकारी आदेश से क्या बदलाव हुआ?

ट्रंप के आदेश के तहत संघीय एजेंसियों द्वारा पेपर स्ट्रॉ की खरीद को तुरंत रोक दिया गया है, और 45 दिनों के भीतर “पेपर स्ट्रॉ के उपयोग को समाप्त करने के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति” तैयार करने का निर्देश दिया गया है। यह फैसला पर्यावरण नीतियों में ढील देकर उपभोक्ताओं की पसंद और उद्योग के समर्थन की उनकी दीर्घकालिक नीति के अनुरूप है।

2020 में, ट्रंप ने “सेव आवर सीज़ 2.0 एक्ट” पर हस्ताक्षर किए थे, जो प्लास्टिक कचरे की समस्या से निपटने के लिए था, लेकिन उन्होंने हमेशा विशेष रूप से किसी प्लास्टिक उत्पाद पर प्रतिबंध लगाने का विरोध किया। उनकी सरकार का तर्क है कि प्लास्टिक स्ट्रॉ की वापसी “सामान्य समझ” (कॉमन सेंस) वाली नीति निर्माण को बहाल करती है और उपभोक्ताओं की सुविधा को प्राथमिकता देती है।

लोग इस फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं?

ट्रंप के इस फैसले को मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिल रही हैं। पर्यावरणविदों का कहना है कि प्लास्टिक स्ट्रॉ की वापसी समुद्री प्रदूषण कम करने की प्रगति को नुकसान पहुँचा सकती है। वे चेतावनी दे रहे हैं कि यह फैसला पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को पीछे धकेल सकता है।

वहीं, प्लास्टिक उद्योग ने इस निर्णय का स्वागत किया है, यह तर्क देते हुए कि पेपर स्ट्रॉ टिकाऊ नहीं होते और उपभोक्ताओं की पसंद को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। कई उपभोक्ताओं ने भी राहत जताई है, क्योंकि पेपर स्ट्रॉ अक्सर जल्दी गीले होकर टूट जाते हैं, जिससे उनका उपयोग असुविधाजनक हो जाता है।

ट्रंप का यह कार्यकारी आदेश पर्यावरणीय नियमों और उद्योग हितों के बीच जारी बहस को और तेज कर सकता है। यह देखना बाकी है कि क्या यह फैसला अन्य प्लास्टिक प्रतिबंधों में और छूट का मार्ग प्रशस्त करेगा, लेकिन इसने पर्यावरणीय जिम्मेदारी और व्यावहारिकता के संतुलन पर चर्चा को फिर से जीवंत कर दिया है।

मुख्य बिंदु विवरण
क्यों चर्चा में? 10 फरवरी 2025 को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें पेपर स्ट्रॉ के पक्ष में बनाई गई नीतियों को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने इन्हें अक्षम बताते हुए संघीय एजेंसियों द्वारा पेपर स्ट्रॉ की खरीद पर रोक लगा दी और 45 दिनों के भीतर इन्हें चरणबद्ध रूप से समाप्त करने की योजना बनाने का आदेश दिया।
कार्यकारी आदेश संघीय एजेंसियों द्वारा पेपर स्ट्रॉ की खरीद पर रोक और 45 दिनों में इनके उपयोग को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय रणनीति बनाने का निर्देश।
ट्रंप का तर्क पेपर स्ट्रॉ को अविश्वसनीय बताया, कहा – “ये टूट जाते हैं, फट जाते हैं।”
पर्यावरणीय चिंता पर्यावरणविदों का कहना है कि यह फैसला प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ा सकता है और समुद्री जीवन को नुकसान पहुँचा सकता है।
उद्योग की प्रतिक्रिया प्लास्टिक उद्योग ने इस फैसले का समर्थन किया, उपभोक्ता की पसंद और पेपर स्ट्रॉ की अक्षमता का हवाला दिया।
प्लास्टिक स्ट्रॉ प्रतिबंध की पृष्ठभूमि 2010 के दशक के अंत में प्लास्टिक स्ट्रॉ पर्यावरणीय चिंताओं के कारण प्रतिबंधित किए गए थे, जिससे कंपनियों और सरकारों ने पेपर स्ट्रॉ को बढ़ावा दिया।
संबंधित अधिनियम Save Our Seas 2.0 Act (2020) – प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित कानून।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

हार्परकॉलिन्स इंडिया सलमान खान पर मोहर बसु की किताब पब्लिश करेगा

हार्परकॉलीन्स पब्लिशर्स इंडिया ने प्रसिद्ध अभिनेता सलमान खान पर आधारित एक नई पुस्तक “Salman Khan:…

1 hour ago

संसद ने सबका बीमा सबकी रक्षा बीमा संशोधन विधेयक को मंजूरी दी

बीमा संशोधन विधेयक, 2025, जिसे आधिकारिक रूप से “सबका बीमा, सबकी रक्षा (बीमा क़ानून संशोधन)…

2 hours ago

भारत ने म्यांमार के साथ संबंध मजबूत करने के लिए तीन क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट्स दिए

भारत ने म्यांमार के साथ अपनी विकास साझेदारी को और मजबूत करते हुए मंडाले क्षेत्र…

3 hours ago

सुखमन सिंह ने IGU 124वें एमेच्योर चैंपियनशिप में जीत हासिल की

भारतीय शौकिया गोल्फ को एक बड़ी उपलब्धि मिली जब सुखमन सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते…

5 hours ago

Elon Musk बने 700 अरब डॉलर नेटवर्थ वाले पहले इंसान

टेक अरबपति एलन मस्क ने इतिहास रचते हुए दुनिया के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए…

6 hours ago

प्रधानमंत्री ने असम के गुवाहाटी में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…

8 hours ago