हरमीत कौर ढिल्लों, एक प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वकील, को अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रम्प ने न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामांकित किया है। नागरिक स्वतंत्रताओं के पक्षधर और अपने स्पष्ट वक्तव्यों के लिए जानी जाने वाली ढिल्लों की नामांकन ने प्रशंसा और विवाद दोनों को जन्म दिया है। यहां उनके जीवन और उपलब्धियों पर एक विस्तृत नजर डाली गई है।
पद और नामांकन:
विवादास्पद बयान:
व्यावसायिक उपलब्धियाँ:
समुदाय और धार्मिक नेतृत्व:
शैक्षिक पृष्ठभूमि:
सिख समुदाय से संबंध:
पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन:
राजनीतिक आकांक्षाएँ:
| सारांश/विवरण | विवरण |
| खबर में क्यों हैं? | हरमीत कौर ढिल्लों, एक प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वकील, को अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित किया गया है। |
| पद | नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित |
| मुख्य विवाद | उत्तर अमेरिकी सिखों को लक्षित करने के लिए भारत पर आरोप |
| कानूनी योगदान | स्वतंत्रता की बात की, धार्मिक अधिकारों का समर्थन किया और कॉर्पोरेट “वोक” नीतियों का विरोध किया। |
| समुदाय में नेतृत्व | GOP सम्मेलन में पहली भारतीय-अमेरिकी; सिख मूल्यों को बढ़ावा देने में सक्रिय |
| शैक्षिक पृष्ठभूमि | डार्टमाउथ कॉलेज, विश्वविद्यालय ऑफ वर्जीनिया लॉ स्कूल |
| व्यक्तिगत जीवन | चंडीगढ़, भारत में जन्मी; बचपन में अमेरिका आकर बसी |
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