अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 मार्च 2025 को अपने दूसरे कार्यकाल के पहले कांग्रेस संबोधन में घोषणा की कि अमेरिका उन देशों पर पारस्परिक शुल्क (reciprocal tariffs) लगाएगा, जो अमेरिकी वस्तुओं पर उच्च शुल्क लगाते हैं। यह नीति 2 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी और भारत, चीन, यूरोपीय संघ, ब्राजील, मैक्सिको और कनाडा को प्रभावित करेगी। ट्रंप ने इस कदम को “बहुत अनुचित” व्यापार नीतियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया। यह निर्णय विशेष रूप से अमेरिका और भारत के व्यापार संबंधों पर बड़ा असर डाल सकता है।
पारस्परिक शुल्क नीति:
भारत पर उच्च शुल्क लगाने का आरोप:
भारत के साथ पिछले व्यापारिक संवाद:
अन्य देशों पर शुल्क:
ट्रंप का व्यापार पर रुख:
भारत की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं:
| सारांश/स्थिर विवरण | विवरण |
| क्यों खबर में? | ट्रंप ने भारत और अन्य देशों पर पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की |
| प्रभावी तिथि | 2 अप्रैल 2025 |
| लक्षित देश | भारत, चीन, यूरोपीय संघ, ब्राजील, मैक्सिको, कनाडा |
| ट्रंप का औचित्य | अनुचित व्यापार नीतियां, अमेरिकी वस्तुओं पर ऊंचे शुल्क |
| भारत का टैरिफ मुद्दा | ऑटोमोबाइल पर 100% से अधिक शुल्क, व्यापारिक बाधाएं |
| नया अमेरिकी शुल्क | कनाडा/मैक्सिको पर 25%, चीन पर 10% |
| जवाबी कार्रवाई | कनाडा: अमेरिकी वस्तुओं पर 25% शुल्क, चीन: 15% तक का शुल्क |
| भारत-अमेरिका व्यापार (2024) | कुल $129.2 बिलियन, अमेरिकी निर्यात: $41.8 बिलियन, आयात: $87.4 बिलियन |
| आगे की योजना | भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता की संभावना |
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