टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL) ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित खुरजा सुपर थर्मल पावर प्लांट (STPP) की 660 मेगावाट क्षमता वाली इकाई का वाणिज्यिक संचालन शुरू कर दिया है। यह उपलब्धि टीएचडीसीआईएल के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कंपनी की घरेलू थर्मल ऊर्जा क्षेत्र में पहली परियोजना है। इस परियोजना की कुल क्षमता 1,320 मेगावाट (2×660 मेगावाट) है, जिसमें दूसरी इकाई भी जल्द ही चालू होने की उम्मीद है।
इस थर्मल परियोजना से पहले टीएचडीसीआईएल निम्नलिखित स्रोतों से बिजली उत्पादन कर रही थी:
टीएचडीसीआईएल द्वारा खुरजा सुपर थर्मल पावर प्लांट की पहली इकाई का वाणिज्यिक संचालन भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है। जल्द ही दूसरी इकाई के शुरू होने से भारत के पावर ग्रिड को और मजबूती मिलेगी।
| सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण |
| क्यों चर्चा में? | टीएचडीसी ने 660 मेगावाट यूपी प्लांट के साथ थर्मल ऊर्जा में विस्तार किया |
| परियोजना का नाम | खुरजा सुपर थर्मल पावर प्लांट (STPP) |
| स्थान | बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश |
| क्षमता | 1,320 मेगावाट (2×660 मेगावाट) |
| संचालन स्थिति | इकाई 1 (660 मेगावाट) 25 जनवरी 2025 से चालू; इकाई 2 जल्द शुरू होगी |
| निवेश | ₹13,000 करोड़ |
| कोयला स्रोत | अमेलिया कोयला खदान, सिंगरौली, मध्य प्रदेश |
| वार्षिक विद्युत उत्पादन | 9,264 मिलियन यूनिट (85% पीएलएफ) |
| बिजली आवंटन | यूपी: 64.7%, राजस्थान: 21.3%, उत्तराखंड: 3.9%, अन्य: 10.1% |
| प्रयुक्त तकनीक | फ्लू गैस डीसल्फराइजेशन (FGD) उत्सर्जन नियंत्रण के लिए |
| टीएचडीसीआईएल की मौजूदा क्षमता | जलविद्युत: 1,424 मेगावाट, पवन ऊर्जा: 113 मेगावाट, सौर ऊर्जा: 50 मेगावाट |
| स्वामित्व | 75% एनटीपीसी (भारत सरकार), 25% उत्तर प्रदेश सरकार |
| मुख्यालय | ऋषिकेश, उत्तराखंड |
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