सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया भारतीय नौसेना की पहली महिला बन गई हैं जिन्हें फाइटर पायलट प्रशिक्षण स्ट्रीम में शामिल किया गया है। यह ऐतिहासिक घोषणा 4 जुलाई 2025 को विशाखापत्तनम स्थित आईएनएस डेगा में आयोजित एक विशेष समारोह के दौरान की गई। यह भारतीय सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता (Gender Equality) की दिशा में एक बड़ा कदम है और महिलाओं के लिए रक्षा क्षेत्र में एक गौरवपूर्ण क्षण है।
भारतीय नौसेना ने इतिहास रच दिया है। सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया को आधिकारिक रूप से नौसेना के फाइटर स्ट्रीम में शामिल कर लिया गया है। वे इस स्ट्रीम में जगह पाने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। इससे महिला अधिकारियों के लिए लड़ाकू भूमिकाओं के द्वार खुल गए हैं।
नौसेना विमानन में नया इतिहास
भारतीय नौसेना ने बताया कि सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया को फाइटर पायलट के रूप में प्रशिक्षण देने के लिए चुना गया है। वह एक वर्ष तक विशेष प्रशिक्षण लेंगी, जिसके बाद उन्हें MiG-29K या Rafale-M जैसे शक्तिशाली लड़ाकू विमानों को विमानवाहक पोतों (Aircraft Carriers) से उड़ाने का मौका मिल सकता है। यह घोषणा सेकंड बेसिक हॉक कन्वर्ज़न कोर्स के “विंगिंग सेरेमनी” के दौरान की गई, जिसमें पायलटों को Hawk Mk 132 विमान पर प्रशिक्षण दिया जाता है।
विंगिंग सेरेमनी और सम्मान
3 जुलाई 2025 को लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल और सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया को “विंग्स ऑफ गोल्ड” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान रियर एडमिरल जनक बेवली, सहायक नौसेना स्टाफ प्रमुख (विमानन) द्वारा प्रदान किया गया। नौसेना ने गर्व से साझा किया कि आस्था पूनिया लड़ाकू स्ट्रीम में शामिल होने वाली पहली महिला हैं—जो “नारी शक्ति” को आगे बढ़ाने का सशक्त प्रतीक है।
आस्था पूनिया की पृष्ठभूमि और नौसेना की दृष्टि
आस्था पूनिया उत्तर प्रदेश के मेरठ से हैं और उनका पारिवारिक संबंध सेना से नहीं है। उन्होंने बी.टेक की पढ़ाई पूरी की और बाद में नौसेना के एविएशन ब्रांच में शामिल हुईं। नौसेना पहले से ही महिलाओं को हेलिकॉप्टर पायलट और एयर ऑपरेशन्स ऑफिसर के रूप में शामिल कर चुकी है, लेकिन यह पहली बार है जब किसी महिला को फाइटर जेट ट्रेनिंग के लिए चुना गया है। यह कदम दिखाता है कि नौसेना महिलाओं को समान अवसर और सशक्तिकरण देने के लिए प्रतिबद्ध है।
नौसेना के भविष्य की तैयारी
फिलहाल भारतीय नौसेना के पास दो विमानवाहक पोत हैं—आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत, जिन पर वर्तमान में MiG-29K लड़ाकू विमान तैनात हैं। अप्रैल 2025 में भारत ने फ्रांस से 26 राफेल-एम लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए समझौता किया है। इसके अलावा, DRDO एक उन्नत फाइटर जेट—ट्विन इंजन डेक-बेस्ड फाइटर (TEDBF)—का भी विकास कर रहा है। भविष्य में आस्था पूनिया इन अत्याधुनिक विमानों को उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बन सकती हैं।
यह उपलब्धि भारत की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और यह दर्शाती है कि अब महिलाएं भी सैन्य उड़ान के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में अपनी जगह बना रही हैं।