भारत और रूस ने सुखोई Su-30 MKI कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, जो भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का मुख्य आधार है, के लिए दो दीर्घकालिक समर्थन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं.
अन्य रूस मूल के प्लेटफार्म वाले विमान जैसे एमआई-17 हेलिकॉप्टर, एमआईजी-29के एयरक्राफ्ट, आईएनएस विक्रमादित्य और टी-90 टैंकों की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए बंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कारपोरेशन लिमिटेड एवं यूनाइटेड इंजन कारपोरेशन के साथ भी एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं.
यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत गुणवत्ता के उत्पादन को सुनिश्चित करेगा, जिसका उद्देश्य विनिर्माण क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना है.
सुखोई Su-30 MKI, रूस के सुखोई द्वारा विकसित एक ट्विनजेट मल्टीरोल हवाई लड़ाकू विमान है और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए भारत के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा लाइसेंस के तहत बनाया गया है.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य :
- HAL का मुख्यालय कर्नाटक के बंगलुरु में है
- लड़ाकू विमान का नाम सुखोई Su-30 MKI है
- सुखोई Su-30 MKI, रूस के सुखोई द्वारा विकसित किया गया है और इसे HAL द्वारा लाइसेंस दिया गया है
- ‘मेक इन इंडिया’ पहल का शुभारंभ 25 सितम्बर 2014 को हुआ था.
स्रोत – बिज़नेस स्टैण्डर्ड



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