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सरकारी बैंकों के एनपीए 7.34 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचे-आरबीआई आंकड़े

सार्वजनिक बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत तक 7.34 लाख करोड रुपये पर पहुंच गयी है. इसका अधिकांश हिस्सा कॉरपोरेट डिफाल्टरों के कारण रहा, निजी बैंकों का एनपीए इस दौरान अपेक्षाकृत काफी कम रहा. इसके अलावा, डूबे ऋण की वसूली के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक, 2016-17 में 33 की तुलना में ऋण वसूली न्यायाधिकरण का नेटवर्क वर्तमान में बढ़ाकर 39 हो गया है.

30 सितंबर 2017 तक सार्वजनिक बैंकों का समग्र एनपीए 7,33,974 करोड़ रुपये तथा निजी बैंकों का 1,02,808 करोड़ रुपये रहा. प्रमुख सरकारी बैंकों में से, भारतीय स्टेट बैंक की एनपीए सर्वाधिक 1.86 लाख करोड़ रुपये रही. इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक ( 57,630 करोड़ रुपये), बैंक ऑफ इंडिया ( 49,307 करोड़ रुपये).

सितंबर के अंत तक, निजी बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक के एनपीए की अधिकतर राशि 44,237 करोड़ रुपये थी, उसके बाद एक्सिस बैंक (22,136 करोड़ रुपये) और एचडीएफसी बैंक (7,644 करोड़ रुपये) थी.
RBI Assistant  मुख्य परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
  • NPA का पूर्ण रूप Non Performing Assets है.
  • डॉ. उरजीत पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक के मौजूदा गवर्नर हैं.
स्रोत- डीडी न्यूज़


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