स्पेस किड्ज इंडिया (Space Kidz India), एक चेन्नई बेस्ड अंतरिक्ष तकनीक स्टार्ट-अप भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लॉन्च वाहन पर सरकारी स्कूलों की 750 लड़कियों द्वारा बनाए गए अपने उपग्रह को लॉन्च करने जा रहा है। ‘आज़ादीसैट’ नामक उपग्रह के लांच के लिए 16 जनवरी की तिथि निर्धारित की गई है। स्पेस किड्ज इंडिया ने इस मिशन के लिए देशभर के 75 सरकारी स्कूलों की 10 छात्राओं का चयन किया। इस परियोजना को नीति आयोग का भी समर्थन प्राप्त है।
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यह सैटेलाइट देश भर के 75 स्कूलों की 750 छात्राओं द्वारा बनाया गया था। आजादीसैट को सात अगस्त को सुबह सवा नौ बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इसरो के स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी) द्वारा पहली उड़ान पर लॉन्च होने के लिए तैयार है। आठ किलो वजनी इस उपग्रह में 75 फेमटो एक्सपरिमेंट, सेल्फी कैमरे हैं जो अपने सौर पैनलों और लंबी दूरी के संचार ट्रांसपोंडर की तस्वीरें क्लिक करेंगे। इसरो की छह महीने की अवधि के मिशन वाली यह परियोजना आजादी का अमृत महोत्सव समारोह का हिस्सा है।
स्पेस किड्ज इंडिया के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी रिफत शारूक ने बताया कि यह पहल छात्राओं की अंतरिक्ष विज्ञान और स्टेम सब्जेक्ट्स (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) आदि में रूचि बढ़ाने को लेकर की गई है। ताकि छात्राएं और महिलाएं अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में आगे आने को प्रोत्साहित हों। उन्होंने कहा कि यह सभी महिलाओं की अवधारणा के साथ अपनी तरह का पहला अंतरिक्ष मिशन है क्योंकि इस वर्ष की संयुक्त राष्ट्र की थीम ‘अंतरिक्ष में महिलाएं’ हैं।
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