भारतीय
अंतरिक्ष स्टार्टअप, स्काईरूट एयरोस्पेस ने एक सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट
इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जिसका नाम कलाम-5 है. इसके साथ, यह एक पूर्ण ठोस ईंधन वाले रॉकेट चरण का सफलतापूर्वक
डिजाइन, विकास
और परीक्षण करने वाली भारत की पहली निजी कंपनी बन गई है. इस महत्वपूर्ण प्रोपल्शन तकनीक
का उपयोग उनके पहले रॉकेट विक्रम-1 के लिए
किया जाएगा, जो सक्रिय विनिर्माण के तहत है और इसे दिसंबर 2021 में
इसरो की मदद से लॉन्च करने का लक्ष्य है.
WARRIOR 4.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class
कलाम के विषय में:
कलाम
पांच ठोस ईंधन वाले रॉकेट इंजनों की एक श्रृंखला है जिसमें 5kN से
लेकर 1000kN (लगभग 100TN)
तक का थ्रस्ट है. शेष चार मोटर्स विनिर्माण के
विभिन्न चरणों में हैं और 2021
में इसका परीक्षण किया जाएगा.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश और बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति हरजीत सिंह…
अर्मेनिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 104वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होकर…
काल भैरव जयंती भगवान शिव के उग्र और रक्षक स्वरूप काल भैरव को समर्पित एक…
असम सरकार ने करीमगंज जिले का आधिकारिक नाम बदलकर श्रीभूमि जिला और करीमगंज नगर का…
भारत 25 से 30 नवंबर, 2024 के बीच नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA)…
बीमा उत्पादों के गलत और जबरन विक्रय (mis-selling and force-selling) के बढ़ते मामलों को देखते…