लैंगिक हिंसा के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान ने ‘नयी चेतना’ अभियान शुरू किया

केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली में “नई चेतना – पहल बदलाव की” राष्ट्रीय अभियान के तीसरे संस्करण का शुभारंभ किया। यह एक माह तक चलने वाला अभियान 23 दिसंबर, 2024 तक देशभर में आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करना, जागरूकता बढ़ाना, सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और पीड़ितों के लिए सहायता तंत्र को मजबूत करना है।

यह अभियान दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

नई चेतना 3.0 अभियान के मुख्य बिंदु

शुभारंभ और मुख्य व्यक्ति

  • नई दिल्ली में श्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान का शुभारंभ किया।
  • कार्यक्रम में महिला और बाल विकास मंत्री, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री, श्री कमलेश पासवान एवं डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी उपस्थित थे।

अभियान के उद्देश्य

  1. लिंग आधारित हिंसा के सभी रूपों के प्रति जागरूकता फैलाना।
  2. समुदायों को हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने और कार्रवाई की मांग करने के लिए प्रोत्साहित करना।
  3. पीड़ितों के लिए समय पर सहायता प्रदान करने वाले तंत्र को सुलभ बनाना।
  4. स्थानीय संस्थानों को हिंसा के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए सशक्त बनाना।

अभियान के प्रमुख घटक

  • स्लोगन: “एक साथ, एक आवाज, हिंसा के खिलाफ।”
  • प्रमुख मंत्रियों द्वारा संयुक्त सलाह जारी की गई।
  • 13 राज्यों में 227 नए जेंडर रिसोर्स सेंटर्स का उद्घाटन।

महिला सशक्तिकरण पर जोर

  • श्री चौहान ने सामाजिक, शैक्षिक, राजनीतिक और आर्थिक आयामों में महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिए शून्य सहनशीलता की नीति अपनाने का आह्वान किया।
  • बलात्कार के दोषियों के लिए मृत्युदंड की वकालत की।

सरकार और मंत्रालय का समर्थन

  • यह अभियान 9 मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से संपूर्ण-सरकार की पहल है।
  • महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों की भागीदारी।

चुनौतियां और मुख्य क्षेत्र

  • ग्रामीण भारत में लिंग आधारित हिंसा जैसे शारीरिक, मानसिक और ऑनलाइन दुर्व्यवहार गंभीर समस्या बने हुए हैं।
  • ग्रामीण महिलाओं में से 49% अपनी आय पर नियंत्रण नहीं रख पातीं।
  • 32% महिलाएं महसूस करती हैं कि लैंगिक असमानता के कारण उनके अवसर सीमित हैं।

ग्रामीण स्तर पर सहभागिता

  • यह अभियान DAY-NRLM के तहत स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के नेटवर्क द्वारा संचालित किया जाता है।
  • शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में समान रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है, विशेषकर भेदभाव, हिंसा और असमान कार्यभार जैसे मुद्दों पर।

शिवराज सिंह चौहान का व्यक्तिगत योगदान

  • श्री चौहान ने अपने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान महिलाओं के विकास के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं को याद किया।
  • उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि बलात्कार के 90% मामले परिचितों से जुड़े होते हैं, और इसके लिए व्यापक जन-जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया।

अभियान का महत्व:

यह अभियान सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहां हर महिला सुरक्षित और सशक्त महसूस करे।

महिला अधिकारों के समर्थन में नई चेतना अभियान

महत्वपूर्ण बिंदु

  • श्री कमलेश पासवान और डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी जैसे मंत्रियों ने महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा और स्वतंत्रता पर जोर दिया।
  • डॉ. पेम्मासानी ने कहा कि लैंगिक हिंसा किसी भी सीमा को नहीं मानती और यह दुनिया भर में महिलाओं को प्रभावित करती है।
  • कई मामले भय और कलंक के कारण रिपोर्ट नहीं किए जाते।

अभियान का सारांश

श्रेणी विवरण
समाचार का कारण नई चेतना – पहल बदलाव की (3.0) अभियान।
मुख्य व्यक्ति श्री शिवराज सिंह चौहान (केंद्रीय मंत्री), श्रीमती अन्नपूर्णा देवी (महिला एवं बाल विकास मंत्री), श्री कमलेश पासवान, डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी
अभियान की अवधि एक माह (23 दिसंबर 2024 तक)।
आयोजक निकाय दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM)
स्लोगन “एक साथ, एक आवाज, हिंसा के खिलाफ”।
उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, कार्रवाई को प्रोत्साहित करना, संस्थानों को सशक्त बनाना और पीड़ितों के लिए सहायता प्रदान करना।
नई पहल 13 राज्यों में 227 जेंडर रिसोर्स सेंटरों का उद्घाटन।
सरकार की भागीदारी महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, गृह मंत्रालय सहित 9 मंत्रालयों/विभागों की भागीदारी।
केंद्रित क्षेत्र जागरूकता, सशक्तिकरण, आर्थिक स्वतंत्रता, कानूनी सहायता, हिंसा के प्रति शून्य सहनशीलता।
ग्रामीण फोकस विशेष ध्यान ग्रामीण भारत पर:

 

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vikash

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