भारत के सबसे उम्रदराज सांसद और समाजवादी पार्टी नेता शफीकुर रहमान बर्क का 94 वर्ष की आयु में निधन

94 वर्ष की आयु में, संसद के सबसे वरिष्ठ सांसद और समाजवादी पार्टी के सदस्य शफीकुर रहमान बर्क का बीमारी से संघर्ष के बाद मुरादाबाद में निधन हो गया है।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के संभल का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने 94 वर्ष की आयु में मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। कथित तौर पर, कुछ समय के लिए कमजोर और अस्वस्थ अवस्था में रहने के बाद किडनी संक्रमण के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।

भारतीय राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति

शफीकुर रहमान बर्क की भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति थी, जो समाजवादी पार्टी के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए थे। उनकी राजनीतिक यात्रा में लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में कई कार्यकाल शामिल थे, जिसमें उन्होंने मुरादाबाद और संभल जैसे निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया। हालाँकि, उनका मार्ग प्रशंसा और विवाद दोनों से रहित नहीं था।

राजनीतिक कैरियर और उपलब्धियाँ

बर्क का राजनीति में प्रवेश समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ने से शुरू हुआ, जो उत्तर प्रदेश के राजनीतिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ताकत है। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान, उन्होंने परिश्रमपूर्वक अपने मतदाताओं की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व किया, चुनावी जीत हासिल की और उनका विश्वास अर्जित किया।

विवादास्पद रुख और प्रतिक्रिया

अपनी सफलताओं के बावजूद, बार्क का राजनीतिक करियर विवादों से भरा रहा। उन्होंने इस्लामी मान्यताओं के साथ टकराव का हवाला देते हुए राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” का विरोध करने के लिए आलोचना की। इसके अतिरिक्त, अफगानिस्तान में तालिबान की कार्रवाइयों का उनका बचाव, उनकी तुलना भारत के स्वतंत्रता संग्राम से करते हुए, विदेश नीति और वैश्विक संघर्षों पर बहस छेड़ दी।

निधन और संवेदना

भारतीय राजनीति में ध्रुवीकरण करने वाले व्यक्तित्व शफीकुर रहमान बर्क का बीमारी से जूझने के बाद 27 फरवरी, 2024 को निधन हो गया। उनके निधन पर समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव जैसे नेताओं ने हार्दिक संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने प्रशंसा और आलोचना दोनों के बीच राष्ट्र के लिए उनके योगदान पर विचार किया।

 

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
prachi

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

53 mins ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

1 hour ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

2 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

5 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

6 hours ago