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CSIR-NAL ने नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर “स्वस्थ वायु” किया विकसित

बैंगलोर स्थित CSIR-राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशाला द्वारा COVID-19 मरीजो के इलाज के लिए एक गैर इनवेसिव BiPAP वेंटिलेटर “स्वस्थ वायु” विकसित किया गया है। गैर इनवेसिव की अनूठी विशेषताएं वाला यह “स्वस्थ वायु” BiPAP वेंटिलेटर वायरस फैलने के खतरे को कम करने में मदद करेगा। इस वेंटिलेटर को बिना किसी विशेष नर्सिंग संचालन के साथ-साथ बहुत सरल, …

पुणे के NIV ने विकसित की भारत की पहली एंटीबॉडी टेस्ट किट “एलिसा”

पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने भारत की पहले स्वदेशी एंटीबॉडी टेस्ट किट “ELISA” को सफलतापूर्वक विकसित कर लिया है। यह एंटीबॉडी टेस्ट किट SARSCoV2 संक्रमण के संपर्क में आने वाली आबादी के अनुपात की निगरानी में मदद करने के अलावा COVID -19 का मुकाबला करने में भी मददगार साबित होगी। इसके अलावा ICMR ने एलिसा टेस्टिंग किट …

DRDO ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को सैनिटाइज करने के लिए विकसित की DRUVS कैबिनेट

हैदराबाद स्थित डीआरडीओ की प्रमुख लैब रिसर्च सेंटर ईमारत (RCI) ने अल्ट्रावायोलेट सेनेटाइज़र (DRUVS) नामक एक स्वचालित व संपर्करहित कैबिनेट विकसित किया है। इसे मोबाइल फोन, आईपॉड, लैपटॉप, करेंसी नोट, चेक, चालान, पासबुक, पेपर, लिफाफे आदि को सेनेटाइज़ करने के लिए डिजाइन किया गया है। Click Here To Get Test Series For SBI PO 2020 DRUVS कैबिनेट का संपर्करहित संचालन किया जाएगा जो वायरस के प्रसार …

कोरोनावायरस वैक्सीन विकसित करने के लिए ICMR ने भारतबायोटेक के साथ मिलाया हाथ

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने देश में COVID-19 वैक्सीन विकसित करने के लिए भारत बायोटेक के साथ समझौता किया है। इस वैक्सीन को पुणे स्थित ICVR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में आइसोलेटेड किए COVID-19 मरीजों में से अलग किए गए वायरस स्ट्रेन को उपयोग करके विकसित किया जाएगा। Click Here To Get Test …

आईआईटी कानपुर और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने किफायती वेंटिलेटर बनाने के लिए किया समझौता

रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने IIT कानपुर के साथ NOCCA रोबोटिक्स (IIT कानपुर के त्वरित स्टार्ट-अप) द्वारा विकसित किए गए वेंटिलेटरों का निर्माण बड़े पैमाने पर करने के लिए समझौता किया है। Click Here To Get Test Series For SBI PO 2020 NOCCA रोबोटिक्स ने गंभीर रूप से बीमार COVID-19 मरीजों का जीवन …

DRDO ने विकसित किया अल्ट्रा वायलेट डिसइंफेक्सन टॉवर

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की प्रतिष्ठित प्रयोगशाला लेजर साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (LASTEC) द्वारा अल्ट्रा वायलेट (UV) डिसइंफेक्सन टॉवर विकसित किया गया है। यूवी डिसइंफेक्सन टॉवर को भारी संक्रमण वाले क्षेत्रों के त्वरित और रसायन मुक्त कीटाणुशोधन के लिए विकसित किया गया है। यह एक यूवी आधारित क्षेत्र सैनिटाइजर है जो प्रयोगशालाओं और कार्यालयों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कम्प्यूटर और …

भारतीय मूल की छात्रा वानीजा रूपानी ने सुझाया नासा के पहले मंगल हेलीकाप्टर का नाम

नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर ‘Ingenuity’ का नाम रखने का श्रेय भारतीय मूल की 17 वर्षीय छात्रा वनिजा रूपानी को दिया गया है। उन्होंने नासा की ‘नेम द रोवर’ प्रतियोगिता में अपना निबंध जमा किया। नॉर्थपोर्ट, अल्बामा के हाई स्कूल जूनियर की छात्रा रूपाणी ने अपने निबंध में हेलीकॉप्टर के लिए ‘INGENUITY’ ’नाम सुझाया है, जिसे नासा द्वारा स्वीकार किया …

CSIR-CSIO ने वायरस का खात्मा करने के लिए इलेक्ट्रोस्टैटिक कीटाणुशोधन मशीन की विकसित

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, सीएसआईआर के वैज्ञानिक उपकरण संगठन, चंडीगढ़ ने एक इलेक्ट्रोस्टैटिक कीटाणुशोधन मशीन तैयार की है। इस नवीन तकनीक को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए प्रभावी कीटाणुशोधन और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए विकसित किया है। Click Here To Get Test Series For SBI PO 2020 इलेक्ट्रोस्टैटिक कीटाणुशोधन मशीन इलेक्ट्रोस्टैटिक सिद्धांत …

COVID-19 को विघटित करने के लिए विकसित किया गया माइक्रोवेव स्टेरलाइजर “ATULYA”

पुणे के डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी, द्वारा “अतुल्य” नामक एक माइक्रोवेव स्टरलाइजर विकसित किया गया है। माइक्रोवेव स्टेरलाइज़र “ATULYA” 56 डिग्री से 60 डिग्री सेल्सियस तापमान में विभेदकारी हीटिंग की मदद से COVID -19 वायरस का विघटन करेगा। Click Here To Get Test Series For SBI PO 2020 माइक्रोवेव स्टेरलाइजर “ATULYA”, सिस्टम का वजन लगभग …

JNCASR के वैज्ञानिकों विकसित किया अल्जाइमर अवरोधक आधारित “बर्बेरिन”

जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) के वैज्ञानिकों ने अल्जाइमर अवरोधक आधारित “बर्बेरिन” विकसित किया है। JNCASR के वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक उत्पाद आधारित अल्जाइमर अवरोधक बनाने के लिए भारत एवं चीन में पाए जाने वाले आइसोक्विनोलीन प्राकृतिक उत्पाद बर्बेरिन का चयन किया। JNCASR के वैज्ञानिकों का यह शोध वैज्ञानिक पत्रिका iSceince में प्रकाशित किया गया …