सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की है। यह सिफारिश न्यायमूर्ति ताशी रबटन की सेवानिवृत्ति की प्रत्याशा में की गई है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू-कश्मीर (J&K) और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण अनुशंसा की है । यह अनुशंसा वर्तमान मुख्य न्यायाधीश ताशी रबटन की 9 अप्रैल, 2025 को होने वाली सेवानिवृत्ति के बाद की गई है। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति पल्ली, सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, औद्योगिक और श्रम कानूनों में विशेषज्ञता सहित कानून में समृद्ध अनुभव लेकर आए हैं। मुख्य न्यायाधीश की भूमिका में उनका उत्थान उनके विशिष्ट करियर और कानूनी बिरादरी में योगदान को दर्शाता है। न्यायमूर्ति पल्ली के करियर में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ रही हैं, जिनमें पंजाब के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में उनकी भूमिका, वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में उनका पदनाम और दिसंबर 2013 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की पीठ में उनका उत्थान शामिल है।
मुख्य बातें
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश
- कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में अनुशंसित किया।
न्यायमूर्ति ताशी रबतान की सेवानिवृत्ति
- यह सिफारिश वर्तमान मुख्य न्यायाधीश ताशी रबतन के 9 अप्रैल, 2025 को सेवानिवृत्त होने के बाद की गई है।
न्यायमूर्ति पल्ली की कानूनी पृष्ठभूमि
- 18 सितम्बर, 1964 को जन्मे न्यायमूर्ति पल्ली ने 1988 में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से एल.एल.बी. की पढ़ाई पूरी की और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी कानूनी प्रैक्टिस शुरू की।
अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में सेवा
- न्यायमूर्ति पल्ली 2004 से 2007 तक पंजाब के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में कार्यरत रहे।
वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में पदनाम
- अप्रैल 2007 में न्यायमूर्ति पल्ली को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता नियुक्त किया गया।
बेंच पर ऊंचाई
- उन्हें 28 दिसंबर 2013 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
वर्तमान नेतृत्व भूमिकाएँ
- न्यायमूर्ति पल्ली मई 2023 से हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें अक्टूबर 2023 में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
आगामी परिवर्तन
- इस नियुक्ति से मुख्य न्यायाधीश ताशी रबतान की सेवानिवृत्ति के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय में सुचारू परिवर्तन सुनिश्चित होगा।
सारांश/स्थैतिक | विवरण |
चर्चा में क्यों? | सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अनुशंसित किया |
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश | न्यायमूर्ति अरुण पल्ली को जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अनुशंसित किया गया। |
न्यायमूर्ति ताशी रबतान की सेवानिवृत्ति | यह सिफारिश 9 अप्रैल, 2025 को मुख्य न्यायाधीश ताशी रबतन की सेवानिवृत्ति के बाद की गई है। |
न्यायमूर्ति पल्ली की पृष्ठभूमि | उनका जन्म 18 सितम्बर 1964 को हुआ, उन्होंने 1988 में पंजाब विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की पढ़ाई पूरी की और वकालत शुरू की। |
अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में सेवा | 2004 से 2007 तक पंजाब के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में कार्य किया। |
वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में पदनाम | अप्रैल 2007 में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत। |
बेंच पर ऊंचाई | 28 दिसंबर 2013 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की पीठ में पदोन्नत किया गया। |
नेतृत्व भूमिकाएं | हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य के रूप में कार्यरत। |