SBI 70 साल का हुआ: भारत की आर्थिक प्रगति का प्रतिबिंब

देश का सबसे पुराना कमर्शियल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आज 1 जुलाई को 70 वर्ष का हो गया है। इस दिन को एसबीआई शाखाओं में SBI Celebration day के रूप में मनाया जाता है। एसबीआई की जड़ें बैंक आफ कलकत्ता से जुड़ी हैं, जिसकी स्थापना 1806 में हुई थी और बाद में बैंक आफ मद्रास और बैंक आफ बॉम्बे के साथ इसका विलय करके इंपीरियल बैंक आफ इंडिया बना, जो अंततः 1955 में एसबीआई बन गया।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 1 जुलाई 2025 को अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे किए। यह दिन भारत की आर्थिक यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव है। केवल एक बैंक नहीं, SBI भारत के विकास का एक ऐसा स्तंभ है जिसने गांवों के किसानों से लेकर अंतरराष्ट्रीय कंपनियों तक को वित्तीय सहयोग प्रदान किया है।

इतिहास: प्रेसिडेंसी बैंकों से SBI तक का 200 सालों का सफर

  • 1806: बैंक ऑफ कोलकाता की स्थापना (बाद में बैंक ऑफ बंगाल)

  • 1840: बैंक ऑफ बॉम्बे

  • 1843: बैंक ऑफ मद्रास
    इन तीनों को मिलाकर 1921 में इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया बना।

  • 1 जुलाई 1955: भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीयकृत कर भारतीय स्टेट बैंक के रूप में स्थापित किया।
    यह निर्णय पहली पंचवर्षीय योजना के ग्रामीण विकास एजेंडे का हिस्सा था।

ग्रामीण भारत तक पहुंच: SBI की समावेशी रणनीति

  • 1959 में आठ एसोसिएट बैंकों को जोड़ा गया, जिससे अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में SBI की पकड़ मजबूत हुई।

  • बाद में, बिहार बैंक, नेशनल बैंक ऑफ लाहौर, और कोचीन बैंक जैसे अन्य बैंकों का भी विलय हुआ।

  • 2017: SBI ने अपनी अंतिम पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक को भी मिला लिया – यह भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग समेकन (merger) बना।

SBI आज: एक वैश्विक वित्तीय महाशक्ति

  • मुख्यालय: मुंबई

  • कुल परिसंपत्तियाँ: ₹61 लाख करोड़ (अक्टूबर 2024 तक)

  • ग्राहक: 50 करोड़+

  • शाखाएँ: 22,500+

  • एटीएम: 63,580

  • बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट आउटलेट्स: लगभग 83,000

  • अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति: 29 देशों में 241 कार्यालय

वित्त वर्ष 2024–25: रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन

  • शुद्ध लाभ: ₹70,901 करोड़ (FY24 की तुलना में 16% वृद्धि)

  • ऑपरेटिंग प्रॉफिट: ₹1.10 लाख करोड़ – पहली बार ₹1 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया।
    यह SBI की मजबूत वित्तीय रणनीति और संचालन की दक्षता का प्रमाण है।

शेयर बाजार में SBI की यात्रा: विश्वास और स्थायित्व

  • 1997 में SBI ने शेयर बाजार में प्रवेश किया।

  • इसके शेयरों ने भारत की अर्थव्यवस्था के साथ उतार-चढ़ाव देखा लेकिन मजबूत प्रदर्शन बरकरार रखा।

  • SBI एक विविध वित्तीय समूह (conglomerate) बन चुका है:

    • SBI लाइफ इंश्योरेंस

    • SBI जनरल इंश्योरेंस

    • SBI म्यूचुअल फंड

    • SBI कार्ड

नवाचार में अग्रणी: YONO और डिजिटल बदलाव

  • YONO (You Only Need One): SBI का मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म जिसने डिजिटल बैंकिंग को आम आदमी तक पहुंचाया।

  • बैंक ने स्टार्टअप्स, फिनटेक साझेदारियों, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देकर खुद को तकनीकी रूप से प्रासंगिक बनाए रखा है।

SBI: भारत के विकास में भागीदार

  • किसान क्रेडिट कार्ड हो या MSME ऋण,

  • डिजिटल भुगतान हो या विदेशों में भारतीय प्रवासियों की मदद—
    SBI हर वर्ग के साथ खड़ा रहा है, भारत की आर्थिक रीढ़ बनकर।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

1 hour ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

2 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

3 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

6 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

6 hours ago