भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) में 84% की सालाना वृद्धि के साथ ₹16,891 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो बाजार की अपेक्षाओं से अधिक रहा। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) 4% बढ़कर ₹41,446 करोड़ हो गई, जबकि कर्मचारियों के खर्च में 17% की गिरावट आई।
SBI Q3 FY25 प्रदर्शन की प्रमुख बातें
वित्तीय प्रदर्शन
- शुद्ध लाभ: 84% वृद्धि के साथ ₹16,891 करोड़ (Q3FY24: ₹9,164 करोड़)।
- शुद्ध ब्याज आय (NII): 4% वृद्धि के साथ ₹41,446 करोड़ (Q3FY24: ₹39,816 करोड़)।
- कर्मचारी खर्च: 17% की गिरावट के साथ ₹16,074 करोड़।
- परिचालन लाभ: 20% तिमाही गिरावट।
- प्रावधान: ₹911 करोड़, जो पिछले वर्ष से अधिक लेकिन पिछली तिमाही से कम है।
शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIMs)
- संपूर्ण बैंक NIM (9MFY25): 3.12% (Q3FY25: 3.01%)।
- घरेलू NIM (9MFY25): 3.25% (Q3FY25: 3.15%)।
ऋण गुणवत्ता में सुधार
- सकल NPA अनुपात घटकर 2.07% हुआ (Q2FY25: 2.13%)।
- शुद्ध NPA अनुपात 0.53% पर स्थिर रहा।
- प्रावधान कवरेज अनुपात (PCR) 74.66% (49 आधार अंक की सालाना वृद्धि)।
- स्लिपेज अनुपात Q3FY25 में घटकर 0.39% (9MFY25: 0.59%) हुआ।
ऋण वृद्धि और अग्रिम
- कुल सकल अग्रिम (Gross Advances) 13.49% वृद्धि के साथ ₹40.68 लाख करोड़।
- घरेलू कॉर्पोरेट अग्रिम: ₹11.76 लाख करोड़।
- खुदरा व्यक्तिगत ऋण: 11.65% वृद्धि के साथ ₹14.47 लाख करोड़।
जमा वृद्धि
- कुल जमा 9.81% वृद्धि के साथ ₹52.3 लाख करोड़।
- घरेलू CASA (चालू और बचत खाता): 4.46% वृद्धि के साथ ₹19.65 लाख करोड़।
- घरेलू सावधि जमा: 13.47% वृद्धि के साथ ₹30.49 लाख करोड़।
- CASA अनुपात Q3FY25 में घटकर 39.20% हो गया (Q3FY24: 41.18%)।
SBI ने मजबूत ऋण वृद्धि, बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता, और उच्च जमा संग्रहण के साथ मजबूत वित्तीय स्थिति दिखाई है, हालांकि CASA अनुपात में मामूली गिरावट आई है।