मसाला बांड रुपये के मूल्यवर्ग विशेषीकृत ऋण साधन हैं जो कि केवल पूंजी बढ़ाने के लिए विदेशी बाजारों में जारी किए जा सकते हैं. मार्च 2019 तक भारत में बैंकों को बेसल III के तहत वैश्विक पूंजी मानकों का तीन माह बाद जनवरी 2019 तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहमत समय सीमा तक अनुपालन करना होगा.
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